लखनऊ: इन दिनों हर किसी की जुबां पर राम मंदिर का मसला छाया हुआ है। मामले को लेकर 29 अक्टूबर को सुप्रीकोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई को टालते हुए अगली डेट तय कर दी। इस फैसले के बाद देशभर से राम मंदिर निर्माण को लेकर आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद समेत तमाम हिंदू संगठन और संतों ने राम मंदिर निर्माण के बारे में अपनी राय रखी है। हर किसी ने जल्द राम मंदिर निर्माण की मांग उठाई है, लेकिन इन सबसे हटकर यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ ने अयोध्या में भगवान राम की 108 मीटर से ऊंची मूर्ति लगाने की योजना तैयार कर ली है, जिसकी देशभर में चर्चा शुरू हो गई है।
राम मंदिर के मुद्दे पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कहा था कि दिवाली का इंतजार करें कुछ अच्छी खबर सुनने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बार की दीपावली पिछले साल से और भव्य होगी। इन सबके बीच जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ सरयू नदी के किनारे मर्यादा पुरुषोत्तम राम की भव्य प्रतिमा बनाने की योजना बना रहे है। बताया जा रहा है कि भगवान राम की प्रतिमा करीब 108 मीटर ऊंची होगी जिसे करीब 36 मीटर ऊंचे आधार पर स्थापित किया जाएगा।
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई जनवरी तक के लिए टाल दी है। अदालत के फैसले के बाद हिंदू संगठन नाराज है। संघ ने भी सरकार से मांग की है कि इस सिलिसले में वो जमीन अधिग्रहण के साथ साथ कानून भी बनाए। इसके साथ ही संघ ने कहा कि वो अदालत के फैसले पर टिप्पणी नहीं करेगा। लेकिन लोगों की उम्मीद टूटी है। अदालत द्वारा सुनवाई टाले जाने के बाद लोगों की भावना आहत हुई है।
इसको लेकर लोगों को कहना है कि योगी जी मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ बहुत बड़े संत हैं। निश्चित रूप से उन्होंने अयोध्या के लिए योजना बनाई है। दिवाली आने दीजिए, खुशखबरी की प्रतीक्षा कीजिए। मुख्यमंत्री के हाथों वो योजना सामने आएगी तो उचित होगा। उन्होंने कहा कि आस्था का सम्मान हर किसी को करने की जरूरत है।