देहरादून: मध्यप्रदेश के तर्ज पर उत्तराखंड की जनता भी सड़कों से जुडी समस्याओं को आसानी से एक ऐप के जरिये अधिकारीयों तक पहुंचा सकते है।
उत्तराखंड पीएमजीएसवाई के सीईओ राघव लंगर ने हैलो उत्तराखंड को बताया कि ई-मार्ग सॉफ्टवेयर तो पहले ही बना हुआ है, बस इसे नया डाटा डालकर अपडेट करने की आवश्कता है जो लगभग डेढ़ महीने में तैयार हो जायेगा जिसके माध्यम से हर जगह की सड़कों को बैठे-बैठे मॉनिटर किया जाएगा। एनआईसी ने 32 लाख का एस्टीमेट दिया है जिसे अब प्रस्ताव भेजकर कार्य करवाया जायेगा।
डेढ़ महीने बाद ई-एप डाउनलोड कर सडकों से संबंधी शिकायत और सड़क की दुर्दशा फोटो के माध्यम से ऐप में अपलोड कर आगे अधिकारीयों तक पहुंचा सकते है। जिसके बाद शिकायतकर्ता को बताया जाएगा कि यह सड़क कब तक सुधर जाएगी।