देहरादून जिले में नगर निगम के ड्रेनेज प्लान की नाकामी और बरसात के पानी से मची त्राहि-त्राहि से दून वासियों को निजात दिलाने के लिए शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बड़ा जिम्मा उठा लिया है। नगर निगम की लापरवाहियों और जल निगम का बनाया ड्रेनेज प्लान फेल होने के बाद उन्होंने नया ड्रेनेज तैयार करने का काम अब एमडीडीए को दे दिया है।
बीते दो दिन लगातार हुई बारिश ने दून बासिंदों की नाक में दम करके रख दिया। इस दौरान राजधानी की एक भी सड़क, घर, दूकान, स्कूल, ऐसे न थे जो 2-4 फुट पानी में न डूबे हो। अब ऐसे में सभी नगर निगम और पीडब्लूडी की नाकामियां गिनाने में लगे हुए हैं, लेकिन हमेशा की तरह तमाम बयानों और दावों के बावजूद भी नगर निगम व् पीडब्लूडी की पोल सबके सामने आ ही जाती है। लेकिन हाथ पर हाथ धरे रहने के और विभागों को कोसने के बजाय शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इस समस्या से निपटने के लिए एक ड्रेनेज प्लान एमडीडीए द्वारा तैयार करवाने का ऐलान किया है।
हेल्लो उत्तराखंड न्यूज़ ने जब उनसे पुछा कि आपने जो ऐलान किया है, तो क्या लगता है कि नगर निगम और पीडब्लूडी अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभा पा रहे हैं? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि सभी अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं, लेकिन एमडीडीए भी अब इसमें अपनी भागीदारी देगा, जिससे समस्या से जल्दी निपटा जा सके।
वहीँ उन्होंने बताया कि इसके लिए अभी एमडीडीए रिपोर्ट तैयार कर रहा है और जितना जल्दी हो सकेगा उतनी ही जल्दी प्लान को धरातल पर उतारा जायेगा।
ज्ञात हो कि यह हालात तो केवल बरसात के शुरुआत में ही हैं, तो भला जब बारसात का मौसम प्रदेश में पूरी तरह से दस्तक देगा तो न जाने ऐसे में आगे क्या मंजर देखने को मिलेगा। यदि यही कदम बरसात के पहले ही मंत्री द्वारा लिया जाता तो शायद दून वासियों को इतनी शिकायतें न होतीं। हालांकि जल निगम को ही ड्रेनेज का विशेषज्ञ विभाग भी माना जाता है लेकिन बीते बुधवार को हुई बारिश ने साफ़ कर दिया कि यह यह बात अब जल निगम के बस की भी न रही।