देहरादून : कांग्रेस में कार्यकर्ता और संगठन के बीच की खायी और चैड़ी होती जा रही है। निकाय चुनाव के बीच कांग्रेस के प्रदेश संगठन सचिव ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। संजय रावत ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को इस्तीफा भेजा है। उनका इस्तीफा हम आपके सामने उसी तरह पब्लिश कर रहे हैं, जैसा उन्होंने भेजा है।
सेवा में श्रीमान, कांग्रेस प्रीतम सिंह जी,
कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, नगर निकाय चुनाव उत्तराखण्ड में टिकट बंटवारे का हरिद्वार का वायरल ऑडियो तो सब ने सुना पर सुदूर पहाड़ों में भी यही सब हुआ है, टिकटों की बंदरबांट हुई, कर्मठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर चेलों चमचों को टिकट रेवड़ी की तरह बांटे गए। हमारी किसी ने एक न सुनी, न ही पूछने की जहमत उठाई। मान्यवर में आज की कांग्रेस की कार्यप्रणाली से बेहद दुखी हूँ। क्या कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी की मेहनत को कांग्रेसी नेता इसी तरह से मटियामेट कर पलीता लगाते रहेंगे और हम व आप अपने पद की लालच में खामोश बैठे रहेंगे।
माननीय अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह जी मैं आपके संज्ञान में लाना चाहूंगा जब कर्णप्रयाग में डॉक्टरों की गलती से गर्भवती महिला की मौत हो गयी थी। तो आप भी धरने पर समर्थन देने आए थे और आपने वादा किया था कि आप इस प्रकरण को गैरसैंण विधानसभा सत्र में उठाएंगे, परन्तु ऐसा न हुआ, आपने विधानसभा सत्र में गर्भवती महिला की मौत मामले पर खामोशी की चादर ओढ़ ली। आपने ऐसा क्यों किया ये आप जानो। परन्तु उस दौरान मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत गौचर मेले से पूर्व कर्णप्रयाग में आये वहां घेराव किया उसके बाद मुख्यमंत्री का गोचर मेले में आने का विरोध करने को कहा पर हमको नजर बन्द कर चालान काटे गए फिर हमारे स्वास्थ संघर्ष समिति के साथीयो ने गोचर में घेराव किया जिनको गिरफ्तार किया गया जिसमे 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 9 लोगों पर आज भी केस चल रहा है तथा 7 व अन्य पर भी केस किया गया। गौचर मेले से 1 दिन पूर्व ही हमे नजरबन्द कर केस दर्ज कर दिया गया। आज भी हम पर 2 केस चल रहे हैं। धरने के 16वें दिन पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी ने स्वयं पहुंच कर बाद में वो धरना समाप्त करवाया था। हम पहाड़ की आवाज उठाते रहेंगे चाहे ये सरकार हम पर चाहे जितने केस दर्ज कर ले। परन्तु दुखद ये है कि आपने अपना वादा न निभाया जो कि दुखद है।
पहाड़ में स्वास्थ्य की हालत गंभीर है, और हम सड़कों से लेकर विधानसभा तक मौन हैं! माननीय अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह जी में प्रदेश संगठन सचिव पद से क्षुब्ध होकर इस्तीफा देता हूँ, शायद इसके बाद आप कार्यकर्ताओं की बात सुने। मैं कांग्रेस का सिपाही बना रहूंगा पर प्रदेश संगठन सचिव पद पर बना रहना अब मुझे उचित प्रतीत नहीं होता। अतः मेरा इस्तीफा स्वीकार कर मुझे पदमुक्त करने की कृपा करें।
धन्यवाद