लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार की सहयोगी पार्टी के सुहेदेव भारतीयस समाज पार्टी के प्रमुख और विधायक ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मैं सत्ता का स्वाद चखने के लिए नहीं आया हूं, गरीबों की लड़ाई लड़ने के लिए आया हूं। ये लड़ाई लड़ू या भाजपा का गुलाम बन के रहूं। एक कार्यालय आज तक नहीं दिया। मैंने तो मन बनाया कि आज इस मंच से ही मैं घोषणा करूंगा, आज इस्तीफा देकर रहूंगा। उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ने का भले ही एलान अब तक नहीं किया, लेकिन जल्द सरकार का साथ छोड़ने के संकेत जरूर दे दिए हैं।
आम प्रकाश राजभर पहले भी सरकार पर करारे हमले कर चुके हैं। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर सरकार को कैबिनेट बैठक से लेकर विधानसभा सत्र तक भी में सरकार को कई बार असहज कराया। सरकार के खिलाफ आंकड़े पेश कर पोल खोल चुके हैं। उन्होंने कहा, मेरा मन टूट गया है। ये बीजेपी वाले हिस्सा देना नहीं चाहते। जब भी गरीब के सवाल पर हिस्से की बात करता हूं, ये मंदिर की बात करते हैं, मस्जिद की बात करते हैं, हिंदू मुस्लिम की बात करते हैं।
ओपी राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधा है। इससे पहले उन्होंने पिछले हफ्ते ही मुगलों से जुड़े स्थलों के नाम बदलने के सवाल पर कहा था, इनके पास तो कोई काम है नहीं। ये जनता का दिमाग भटकाने के लिए ये नाम बदलने का बहाना बनते है। अगर हिम्मत है तो लालकिला का नाम बदल दें। उसको गिरा दें।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा था, जो बिहार वाले नेता गिरिराज सिंह बयान दे रहे हैं। वो जिस रोड़ पे चलते हैं, उस रोड को उनके दादा ने बनाया? जीटी रोड शेर शाहसूरी ने बनाया है। एक नई सड़क बना के दिखा दें। बयान देना अलग बात है।