उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड सदैव ही अपने कारनामों को लेकर चर्चाओं में रहा है। वहीं यूपीसीएल इस बार अपने कर्मचारियों के पदोन्नति फॉर्म के किए गए बदलाव को लेकर एक बार फिर चर्चाओं में है।
दरअसल विभाग ने कर्मचारियों के पदोन्नति फॉर्म में यह भरने को कहा गया है कि वे किस यूनियन से जुड़े हैं। वहीँ कर्मचारी संघ इसका विरोध कर रहा है।
वहीँ एमडी सीके मिश्रा ने हैल्लो उत्तराखंड से बात करते हुए उन्होंने फॉर्म की बात को खारिज करते हुए कहा कि यह पदोन्नति फॉर्म नहीं है यह केवल अटैचमेंट है। साथ ही उनका कहना है कि हमेशा ही एचआर डिपार्टमेंट और कर्मचारियों के बीच नीतियों को लेकर आपसी झगडे चलते रहते हैं जिस कारण इस बार एचआर विभाग ने यह अटैचमेंट निकला जिसमें कर्मचारी से पूछा गया है कि कर्मचारी कौन से संगठन से जुड़ा हुआ है। उनका यह भी कहना था कि इस बाबत उन्होंने मानव संसाधन से स्पष्टीकरण मांगा है।
वहीं यूपीसीएल के इतिहास को देखा जाए तो इस प्रकार का मामला पहली बार सामने आया है जब किसी पदोन्नति फॉर्म में यह पूछा गया है कि कर्मचारी किस यूनियन से जुड़ा है, आपको बता दें कि हर विभाग में कर्मचारी को उसकी वर्क रिपोर्ट को देखकर की पदोन्नति दी जाती है, लेकिन जिस प्रकार विभाग द्वारा फॉर्म जारी किया गया है वह अपने आप में विभाग के लिए एक बड़ा सवाल है?