हरिद्वार। ‘अंधा बांटे रेबड़ी, अपने-अपने को दे’। यह कहावत आपने जरूर सुनी होगी, लेकिन आज नगर निगम हरिद्वार ने इस कहावत के विपरीत काम कर अपने ही कर्मचारियों द्वारा किए गए नगर निगम की भूमि पर वर्षों के कब्जे को ध्वस्त कर दिया। हालांकि इस दौरान अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को हल्का विरोध भी झेलना पड़ा, लेकिन इन सब के बीच प्रशासन का बुल्डोजर अतिक्रमण हटाने में जुटा रहा।
नगर निगम के रिटायर कर्मचारियों द्वारा कब्जाई गयी निगम की भूमि पर मुख्य नगर अधिकारी के निर्देश पर आज बड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान नगर निगम से सटी कॉलोनी में वर्षों से जारी अतिक्रमण पर आज प्रशासन का डंडा चला। जिला प्रशासन और निगम प्रबंधन द्वारा इस अभियान को संयुक्त रूप से चलाया गया। सहायक नगर आयुक्त पीके बंसल व सिटी मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने कहा कि इन लोगों को पहले भी सूचना दी जा चुकी थी की वे मकान खाली कर दे, लेकिन अब सामान बाहर निकालकर बिल्डिंग ध्वस्त की जा रही हैं।
वहीं पीड़ित परिवारों का कहना है की नजदीक में स्थित भल्ला कॉलेज के प्रधानाचार्य के द्वारा उनके मकानों को गिरवाया जा रहा हैं जो वर्षों से उन्होंने मेहनत से बनाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम ने ध्वस्त करने की उनको कोई जानकारी नहीं दी।
कुल मिलाकर नगर निगम ने इन चुनिंदा भवनों पर बुल्डोजर चलवाकर वाह वाही तो लूट ली, लेकिन शहर के दूसरे क्षेत्रों में प्रशासन का डंडा ऐसे भवनों पर कब चलेगा ये बड़ा सवाल है।