नई दिल्ली: बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा से भाजपा की टिकट पर जीते जसवंत सिंह के बेटे मानवेन्द्र सिंह ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया। इससे पहले बुधवार सुबह उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह व पत्नी चित्रा सिंह को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाई। राजस्थान के मारवाड़ इलाके में प्रभाव रखने वाला जसवंत का परिवार का बीजेपी से अलग होना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
बता दें कि बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह पूरे परिवार के साथ पार्टी में शामिल हो गए। मानवेंद्र इस समय बीजेपी से शिव सीट के विधायक हैं। कांग्रेस का दामन थामने के बाद मानवेंद्र सिंह ने पूरे परिवार के साथ अपने आवास पर यज्ञ कराया।
बता दें कि पिछले महीने बाड़मेर में आयोजित एक बड़ी स्वाभिमान रैली में उन्होंने पहले कहा कि कमल का फूल हमारी भूल और फिर उसके बाद उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया था। दरअसल, मानवेन्द्र की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से लंबे समय से अनबन चल रही थी। पिछले लोकसभा चुनाव में बाड़मेर से उनके पिता जसवंत सिंह का भाजपा ने टिकट काट कर कर्नल सोनाराम पर दांव लगाया था, जबकि जसवंत सिंह ने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था और वे सोनाराम से हार गए थे। हालांकि उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 4 लाख से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हरीश चौधरी को केवल 2 लाख 20 हज़ार वोट ही मिल पाए। कांग्रेस यह मान कर चल रही है कि ममवेन्द्र के कांग्रेस जॉइन करने से पार्टी को बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर सहित आसपास के कई जिलों में पार्टी को फायदा मिल सकता है।