देहरादून: उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व सदस्यों ने आयोग के पूर्व सचिव और परीक्षा नियंत्रक को निलंबित करने की मांग की है। उनका आरोप है कि दोनों ने ही 2016 में हुई भर्ती परीक्षा में बड़ा गड़बड़झाला किया थ। 2017 में परीक्षा संपन्न हुई और परिणाम जारी किए गए। इसके बाद परीक्षा इसी साल फिर से कराई गई, जिसके परिणाम पिछले सप्ताह ही जारी किए गए हैं।
पूर्व सदस्य महेश चंद्र और दिवान सिंह भैसोड़ा का आरोप है कि उस समय की परीक्षा में जो, 193 लड़के पास किए गए थे। उनमें से केवल 8 का ही चयन हाल ही में जारी किए गए परिणामों में हो पाया है। चयनितों में से केवल आठ का ही सलेक्शन हो पाया है। इनमें 8 उत्तराखंड आंदोलनकारी और पांच एससी/एसटी के अभ्यर्थी हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो पहले परीक्षा में पास हुआ थे। वो अभ्यार्थियों से मोटी वसूली लेकर सलेक्ट किए गये थे।
दोनों ही पूर्व सदस्यों ने उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व सचिव डाॅ.एमएस सचिव और डाॅक्टर आरएस तोलियो को निलंबित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच गंभीरता से की जाना चाहिए। दोनोें पर लगे आरोपों की जांच किसी तीन सदस्यीय कमेटी से कराने की भी है।