चमोली: बद्रीनाथ धाम को भविष्य में मास्टर प्लान के तहत विकसित करने को लेकर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह एवं पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ धाम में शासन स्तर से हायर कम्पनी के कन्सलटेंट के साथ प्रस्तावित मास्टर प्लान का अवलोकन करते हुए उस पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम को मास्टर प्लान के साथ विकसित किया जा रहा है, जिसकी सभी लोगों ने सराहना की है। इसी तर्ज पर अब बद्रीनाथ धाम को भी मास्टर प्लान के तहत विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्य सचिव ने कहा, विगत वर्षो की अपेक्षा इस बार तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों की संख्या बढी है। कहा कि आगामी समय में ऑलवेदर रोड़ एवं रेल परियोजना का कार्य पूरा होने पर बद्रीनाथ धाम में प्रतिवर्ष रिकार्ड यात्रियों की पहुँचने की सम्भावना है। भविष्य को लेकर बद्रीनाथ धाम को मास्टर प्लान के तहत विकसित करने की योजना है। मुख्य सचिव एवं पर्यटन सचिव ने कन्सलटेंट के साथ प्रस्तावित मास्टर प्लान के बारे में बारीकी से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर धाम में संचालित एवं प्रस्तावित कार्यो की जानकारी भी ली। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को बद्रीनाथ में प्रस्तावित एवं संचालित कार्यो का डाटा कन्सलटेंट के साथ शेयर करने के निर्देश दिये। ताकि फाइनल मास्टर प्लान में प्रस्तावित कार्यो को भी शामिल किया जा सके।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि, राज्य में हैलीकॉप्टर कनेक्टिविटी अच्छी होने से धाम पहुॅचने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। साथ ही सड़क सुविधाऐं विकसित होने पर भविष्य में पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 15-20 सालों में पर्यटकों को अच्छी सुविधाऐं मुहैया हो सके, उसके हिसाब से टाऊन की प्लानिंग की जा रही है। कहा कि मुख्य सचिव के निर्देशन में इसका खाका तैयार करते हुए आगे की कार्यवाही की जायेगी जिसमें स्थानीय लोगों को भी शामिल किया जायेगा।
मुख्य सचिव एवं पर्यटन सचिव ने अंतिम गांव माणा का भी भ्रमण कर प्रस्तावित कार्यो के संबध में अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि माणा गांव के प्रसिद्ध हस्तशिल्प को आगे बढाने के लिए शासन स्तर से ठोस योजना संचालित करने का प्रयास किया जायेगा। जिससे यहाँ के काश्तकारों को इसका पूरा फायदा मिल सके। इससे पूर्व मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह एवं पर्यटन सचिव ने भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर पूजा अर्चना की।