देहरादून: गुरुवार को प्रेमनगर के प्रभावित लोगों के सम्बन्ध में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना के नेतृत्व में मुख्य सचिव उत्त्पल कुमार सिंह से मिले। धस्माना ने मुख्य सचिव को बताया कि, देश की आजादी के बाद बंटवारा होने पर बड़ी संख्या में नार्थ-वैस्ट प्रान्त से शरणार्थी देहरादून आ कर बसे और उनमें से काफी लोग प्रेमनगर में पुनर्वासित हुये। इन लोगों में से काफी लोगों ने प्रेमनगर में छावनी परिषद की खाली पड़ी भूमि पर अपना व्यवसाय शुरु किया और कालान्तर में वहां दुकानों का निर्माण कर लिया, जिसका वे छावनी परिषद को किराया व टैक्स देते आ रहे हैं।
धस्माना ने कहा कि, शाशन के निर्देश पर देहरादून में चलाये जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान में प्रेमनगर के 155 दुकानों को भी चिन्हित किया गया। क्षेत्र के लोगों ने विरोध में धरना-प्रदर्शन किया तो, सत्ताधारी दल के चार विधायकों ने आकर आश्वासन दिया कि, यह पुनर्वास के अन्तर्गत आती हैं इसलिये इनको नही टूटने देंगे या पुनर्वास की व्यवस्था करवायी जायेगी। धस्माना ने कहा कि, इन आश्वासनों के बावजूद 14 सितम्बर को प्रशाशन ने पुलिस व पीएसी लगा कर 155 निर्माण तोड दिये गये और दो सप्ताह बीत जाने पर भी ना तो पुर्नवास के विषय पर बात हुई और अतिक्रमण से बचे निर्माण की मरम्मत भी नही करने दी जा रही है। धस्माना ने मुख्य सचिव से मांग की है कि, तत्काल उजड़े हुये लोगों का पुनर्वास किया जाय और अतिक्रमण से बचे हुये निर्माण की मरम्मत की अनुमती दी जाय।