रूद्रप्रयाग: रूद्रप्रयाग नगर पालिका में बड़ी वित्तीय अनियमित्ताओं की शिकायत की गई है। शासन ने एक शिकायतकर्ता की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए पालिका के प्रशासक जिलाधिकारी को एक सप्ताह में सभी शिकायतों की जांच कर शासन को भेजने की बात कही है।
दरअसल, यहां संयुक्त सचिव श्याम सिंह के हस्ताक्षरों से जारी पत्र में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में पालिका द्वारा बड़ी वित्तीय अनियमित्ताएं की गई हैं। शिकायत में कहा गया है कि इनमें नियमों को ताक पर रखकर तत्कालीन अध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी द्वारा शासनादेश व प्रॉक्योरमेंट रुल्स की अनदेखी की गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि हेलोनिक्स कम्पनी को फायदा पहुंचाने के लिए अध्यक्ष द्वारा सीएफएल की खरीददारी में एमआरपी से अधिक दामों पर खरीद की गयी है। साथ ही राज्यपाल के आदेशों की अवेहलना कर अध्यक्ष द्वारा स्वयं के आदेश पर जायलो गाड़ी खरीदी गयी है। यही नहीं बीज आपूर्ति करने वाली फर्म से बिना टेण्डर प्रक्रिया के दस लाख रुपये के विद्युत पोल खरीदे गये। साथ ही शहर में झूले, चर्खी, पार्क बेंच, मीटिंग बेंच आदि सामाग्री को बिना शासनादेश के प्रदेश से बाहर की कम्पनी से उंचे दामों पर खरीद फरोक्त की गयी है। जो कि उत्तराखण्ड प्रॉक्यूरमेंट एक्ट 2008 का उल्लंघन है।
शिकायत पत्र में आरोप लगाये गये हैं कि अध्यक्ष व ईओ के ऑफिस में लगाये गये एयर कंडीशनर बाजार दामों से अधिक में खरीदे गये हैं साथ ही सौलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए स्थान चयन में भी पैसे का जमकर दुरुपयोग किया गया है। यही नहीं तत्कालीन अध्यक्ष व ईओ द्वारा कई निर्माण कार्यों में जमकर पैसे की बंदरबांट भी की गयी है और गुणवत्ता का कहीं भी ध्यान नहीं रखा गया। शासन ने नगर पालिका के प्रशासक जिलाधिकारी को सभी आरोपों की गम्भीरता से जांच करने के आदेश दिए हैं। साथ ही एक सप्ताह में रिर्पोट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। वहीं पूरे मामले को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि शासन से आये पत्र पर गम्भीरता से जांच की जा रही है और सभी तथ्यों पर विचार कर आगे की कार्यवाही की जायेगी।