जम्मू कश्मीर में एक बार फिर कुदरत का कहर बरपा है। कल देर रात डोडा के ठाठरी व किश्तवाड़ के चेरजी इलाके में बादल फटने से चार बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हुए हैं।
प्रकृति ने भी अपना कहर तब बरपाया जब लोग गहरी नींद में थे। जब तक लोग होश संभाल पाते तब तक उनका सब कुछ उनसे छिन चुका था। वहीँ बादल फटने के आधे घंटे के भीतर ही पास स्थित सेना की राष्ट्रीय राइफल यूनिट के जवानों ने मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। इसके बाद तुरंत सूचना मिलते ही पुलिस, एसएसबी व फायर ब्रिगेड के जवान भी मौके पर पहुंचे।
जम्मू के आईएएस मंदीप भंडारी ने हेल्लो उत्तराखंड से बात करते हुए कहा कि ठाठरी के पास एक नाले में अचानक पानी, मलमा व् पत्थर आ गए। जिसकी जद में आकर एक घर बुरी तरह से तहस-नहस हो गया और उसमें सो रहे 6 लोगों की मौत हो गई. जिसमें 4 बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस आपदा में सड़क, 10 घर, पांच दुकानें, एक स्कूल को नुकशान हुआ है। वहीँ उन्होंने अवगत कराया कि फिलहाल अभी भी रेस्क्यू जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि और कोई इसमें हताहत नहीं हुआ हो। साथ ही उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की तरफ से मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा दिया जायेगा।
हालाँकि अभी भी वहां बिजली गुल है। बड़े-बड़े पत्थर मकानों में घुसने से 10 मकान व पांच दुकानें क्षतिग्रस्त हुए हैं। हाईवे पर भी काफी मलबा, पत्थर आ गया है जिसे एनडीआरएफ के जवान उसे हटाने में और रेस्क्यू करने में जुटे हुए हैं।