नई दिल्ली: केंद्रीय वित मंत्री अरुण जेटली किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आज फिर से वित्त मंत्रालय का कामकाज संभाल रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रधानमंत्री की सलाह पर वित्त और कॉरपोरेट मंत्रालयों का कामकाज अरुण जेटली को सौंपने का निर्देश दिया है। किडनी ट्रांसप्लांट के तीन महीने के बाद वह वापस काम पर लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि उनकी तबियत में काफी सुधार है। जानकारी के मुताबिक जेटली के लिए नॉर्थ ब्लॉक में इंफेक्शन रहित कैबिनेट तैयार किया गया है। उनकी बीमारी को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। डॉक्टरों ने उन्हें तीन महीने तक आराम करने की सलाह दी थी जो अब पूरा हो चुका है।
जेटली के बीमार रहने के दौरान वित्त मंत्रालय का कामकाज पीयूष गोयल संभाल रहे थे। हालांकि ऑपरेशन के बाद आराम करते रहने के दौरान भी जेटली सक्रिय रहे। समय-समय पर ब्लैक मनी समेत कई मुद्दों पर उन्होंने सरकार का रुख साफ किया। वह सोशल मीडिया पर भी लगातार एक्टिव रहे। अरुण जेटली की गैर मौजूदगी में गोयल ने एनपीए से लदे सरकारी बैंकों के लिए रिवाइवल प्लान को मंजूरी दी। 50 से अधिक सामानों पर 150 अरब रुपये से ज्यादा लेवी कटौती को मंजूरी भी थी। हालांकि वित्त मंत्रालय की चुनौती अभी भी बरकरार है।
2014 में वित्त मंत्रालय संभालने के कुछ महीनों के बाद अपना वजन कम कराने के लिए जेटली ने सर्जरी कराई थी। उसके एक साल बाद उन्हें स्वास्थ्य दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस साल अप्रैल में जेटली ने ट्वीट कर बताया था कि वह किडनी की बीमारी के इलाज के लिए जा रहे हैं और घर से काम करेंगे। बाद में 14 मई को जेटली की किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने उन्हें तीन महीने आराम करने की सलाह दी थी।