देहरादून डेस्क: स्वच्छ भारत का इरादा ये वादा, ये वादा कर लिया हमने। इस नारे को आपने रेडियो, टीवी पर तो कई बार सुना भी होगा। लेकिन इसको असल जिंदगी में उतारना इतना आसां नहीं
लेकिन इस नारे को अपने ब्लॉक में स्वच्छता बनाए रखने के लिए उत्तरप्रदेश लखनउ के सरोजनी नगर ब्लॉक के लोगों ने धरातल पर उतार दिया है। उन्होंने अपने ब्लॉक में स्वच्छता को बनाए रखने के लिए एक ऐसी तरकीब निकाली है जिससे लोगों को मजबूरी में अब शौचालय बनवाना ही पड़ेगा।
हैलो उत्तराखंड से बात करते हुए सरोजनी नगर ब्लॉक डैवलपमैंट ऑफिसर अजय प्रताप ने बताया कि हाल यह हैं कि नगर में गरीब परिवारों ने तो शौचालय निर्माण के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। लेकिनजो लोग असल मायने में शौचालय बनाने में सक्षम हैं उन लोगों ने ही सबसिडी पाने के चक्कर में शौचालय ही नहीं बनवाये हैं। जिससे गांव के ही लोगों ने ऐसे लोगों की बिजली कनैक्शनों को काटना शुरू कर दिया। जिससे मजबूरन अब सक्षम लोगों को खुद ही शौचालय बनाना पड़ रहा है। हालांकि उनका कहना है कि अब सभी परिवारों की बिजली कनैक्शनों को जोड़ दिया गया है।
बता दें कि भारतवर्ष को स्वच्छ एवं खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए पीएम मोदी की स्वच्छ भारत अभियान के तहत गाँव-गाँव, शहर-शहर में शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन जिनके लिए ये शौचालय बनने चाहिए या जिनको सरकार से निर्माण के लिए सब्सिडी मिलनी चाहिए वो असली हकदारों तक नहीं पहुँच पा रही है, और तो और कई ऐसे सक्षम लोग भी हैं जो सब्सिडी पाने के चक्कर में स्वयं शौचालय नहीं बनवा रहे हैं।
जिसका उदहारण आपने ऊपर पढ़ ही लिया होगा। भला ऐसी स्तिथि में कैसे होगा प्रधानमंत्री जी का सपना साकार?