रूद्रप्रयाग: श्रावण मास शुरु होते ही प्रसिद्ध शिव मंदिरों में भक्तों का हुजूम भी उमड़ना शुरु हो गया है। वहीं रूद्रप्रयाग में भी सोमवार से मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है। यहां लगातार हो रही बारिश के चलते जनपद के बरसाती गदेरों के साथ ही अलकनन्दा व मंदाकिनी नदी भी पूरे उफान पर हैं और नदी तटों पर बने घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गये हैं।
श्रावण मास को देखते हुए प्रशासन ने भी नदी तटों व कोटेश्वर धाम में सुरक्षा को बढा दिया है, जिससे कोई हादसा न हो। मुख्यालय स्थित कोटेश्वर धाम में श्रावण मास में भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त पहुंचते हैं। पहले सोमवार को लेकर भी सुबह से ही धाम में भक्तों का पहुंचना शुरु हो गया था। मान्यता है कि कोटेश्वर में एक कोटि ब्रहम राक्षशों को भगवान शिव की आराधना करने के बाद मुक्ति मिली थी इसीलिए इस स्थान पर भगवान के करोडों शिव लिंग मौजूद हैं जिनकी पूजा श्रद्वालुओं द्वारा की जाती है। गौरतलब है कि हर वर्ष धाम में पैर फिसलने के कारण कई श्रद्धालु अलकनंदा के आगोश में समा जाते हैं। जिसके बाद इस बार प्रशासन की तरफ से भक्तों की सुरक्षा के लिए कड़े इन्तजाम किए गए है। इस बार सुरक्षा को लेकर धाम में पुलिस, आपदा प्रबन्धन दल व गोताखोरों की टीम को तैनात कर दिया गया है।