देहरादून: देहरादून चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति द्वारा गुरुवार को राज्य सरकार की सद्बुद्धि के लिए पूजा अर्चना की गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, एक साल से भी अधिक का समय सरकार को हो चुका है, लेकिन उनकी लंबित मांगों का संज्ञान सरकार ने आज तक नहीं लिया। जिससे राज्य आंदोलनकारीयों में भारी आक्रोशित है। आंदोलनकारियों ने आज अमावस्या के दिन सिद्ध पीठ तप्केश्वर मंदिर लक्ष्मण सिद्ध जाकर समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे के नेतृत्व में पूजा अर्चना कर राज्य सरकार की सद्बुद्धि के लिए ईश्वर से कामना की।
इस दौरान पांडे ने कहा कि, चिन्हीकरण से वंचितों का चिन्हीकरण, एक समान पेंशन, 10% क्षेतिज आरक्षण, राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तरह समस्त सुविधाएं सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर राज्य आंदोलनकारी राज्य सरकार को लगभग 16 साल से अधिक समय सरकार बनने के पश्चात ज्ञापन देते आ रहे हैं, परंतु सरकार ने अभी तक एक भी मांग का संज्ञान नहीं लिया। जिसके कारण समिति की आम सभा में निर्णय लिया गया कि, प्रत्येक माह की अमावस्या पर राज्य सरकार की सद्बुद्धि के लिए कामना करेंगे। समिति महिला प्रकोष्ठ की केंद्रीय अध्यक्ष सावित्री नेगी ने कहा कि, सरकार बहरी-गूंगी हो गई है और बिना उग्र आंदोलन के आवाज सुनने वाली नहीं है। सावित्री नेगी ने समस्त महिला राज्य आंदोलनकारियों से अपील की, कि समिति के द्वारा घोषित कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर भागीदारी की जाए। आन्दोलनकारियों ने कहा कि अब एक बार पुनः उत्तराखंड राज्य प्राप्ति आंदोलन की तरह आन्दोलन करना होगा, वरना यह सरकार किसी की सुनने वाली नहीं है।