देहरादून: मुख्यमंत्री द्वारा पिछले दिनों भाजपा विधायक वाले विधानसभाओं की समीक्षा की बात कही गई। वहीँ केवल भाजपा वाली सीटों पर समीक्षा के चलते मुख्यमंत्री को कई आलोचनाएं झेलनी पड़ी, फलस्वरूप उन्होंने सभी विधानसभाओं की समीक्षा करने की घोषणा कर डाली। लेकिन अन्य विधायकों की विधानसभाओं की समीक्षा केवल औपचारिकता ही रही।
दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री द्वारा चकराता विधानसभा क्षेत्र की समीक्षा की गई, लेकिन चकराता सीट से कांग्रेस विधायक होने के चलते इस समीक्षा से स्थानीय विधायक को अलग ही रखा गया। इस पर चकराता विधायक व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि, उनकी विधानसभा की समीक्षा के लिए उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री उनको आमंत्रित पत्र भेजने की बात कह रहे हैं, मुख्यमंत्री जी का ये बयान शर्मनाक है, जबकि उन्हें आमंत्रित ही नहीं किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री मेरे आवास का पता बदलने की बात कहते हैं, लेकिन ये हास्यप्रद है कि वे इस तरह का बयान देते हैं, जबकि मेरा आवास नहीं बदला है।
वहीं सूर्यकांत धस्माना ने भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, भाजपा सरकार को राज्य में डेढ़ साल का समय हो गया लेकिन इस दौरान राज्य में बदहाली ही देखने को मिली, तो ऐसे में क्या वो अपनी असफलताओं की समीक्षा करने जा रहे हैं।