देहरादूनः उत्तरा पंत मामले में सरकार डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। जानकारी के अनुसार सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी जिम्मेदारी पांडे जी यानि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को दी है। शिक्षिका की मानें तो शिक्षा मंत्री ने उनसे फोन पर बात कर ट्रांसफर करने का भरोसा दिया है। इससे एक बात तो तय है कि बड़े सियासी नुकसान को देखते हुए सरकार सीएम के आदेश को भी पलटने की तैयारी में है। हालांकि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के पीआरओ मुकेश शर्मा ने किसी तरह की बातचीत होने से इंकार किया है।
राष्ट्रीय मुद्दा बनने के बाद उत्तरा पंत बहुगुणा मामले में सरकार रोलबैक करने जा रही है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने उत्तरा पंत से बात कर उनका ट्रांसफर देहरादून कराने का आश्वासन दिया है। सरकार चाहे कितना ही प्रयास कर ले, सीएम ने जो गलती की है। उसका सियासी नुकसान सरकार और पार्टी दोनों को भुगतना पड़ सकता है। बगैर मुद्दो के शांत पड़ी कांग्रेस को भी एक मुद्दा हाथ लग गया है। यूकेडी भी इसके सहारे फिर से जीने के ख्वाब देखने लगी है।
रोचक बात यह है कि जब शिक्षा मंत्री ने शिक्षिका से बात कर ली है, तो शिक्षा मंत्री किसी भी तरह की बात करने से क्यों इनकार कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री प्रदेश से बाहर हैं। उनके पीआरओ मुकेश शर्मा ने बताया कि मंत्री ने किसी से कोई बात नहीं की है। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी तरह की कोई बात अभी नहीं हुई है।