उधमसिंह नगर: इन दिनों उत्तराखण्ड के वन वनाग्नि से जूझ रहे हैं। वहीँ वन महकमा भी अब इस विकराल होती समस्या को लेकर संजीदा होने लगा है। उधमसिंह नगर जिले के सीमान्त क्षेत्र खटीमा में डब्लूडब्लूएफ के सहयोग से वन विभाग ने एक कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला में उधमसिंह नगर व चम्पावत जिले की सीमान्त वन रेंजों के कर्मचारियों को वनाग्नि से बचाव के गुर सिखाए गए। इस कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के तौर पर तमिलनाडु के पूर्व मुख्य वन संरक्षक राजीव श्रीवास्तव ने खटीमा पहुँच, वन कर्मचारियों को फ़ॉरेस्ट फायर रोकथाम को लेकर टिप्स दिए। साथ ही उन्होंने वनकर्मियों को फारेस्ट फायर के कारणों और त्वरित रोकथाम की जानकारी भी दी। इसके अलावा वनाग्नि रोकथाम में स्थानीय लोगों के सहयोग लेने की भी जानकारी दी।
वहीं डब्लूडब्लूएफ इंडिया की ओर से पूरे प्रदेश में वन कर्मचारियों को वनों में लगने वाली आग की रोकथाम को लेकर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्देश्य फॉरेस्ट फायर की रोकथाम के लिए ट्रेनिंग देकर वन संपदा व वन्य जीव-जंतुओं को बचाना है।