देहरादून: ‘अतिथि देवो भवः’ का अनुसरण करने वाली देवभूमि पर एक दाग लगा है। यहाँ एक यूक्रेनियाई नागरिक के साथ दुर्व्यवहार व धोखाधड़ी का मामला सामने आया है और धोखा भी ऐसा कि, भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर ही इस विदेशी मेहमान के शरीर से ही खिलवाड़ का आरोप लगा है।
दरअसल, पूर्वी यूरोप में स्थित युक्रेन के एक नागरिक युक्रेन में पुलिस की नौकरी के बाद भारत में योग की शिक्षा के लिए आए। वे योग की शिक्षा के लिए देवभूमि के ऋषिकेश, उत्तरकाशी आदि जगहों पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि, इस दौरान उन्हें पाइल्स बीमारी की समस्या हुई, जिसके उपचार के लिए वे देहरादून के सिनर्जी अस्पताल गये। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, अस्पताल में पहले उपचार के दौरान उनका ओपरेशन किया गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद भी उनकी समस्या में सुधार नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि, इस दौरान अस्पताल ने बिना उनकी अनुमति के उनके कई टेस्ट किये और इन टेस्टों के बदले उनसे कई रकम भी ली गई। साथ ही उन्होंने कहा कि, ऑपरेशन के दो दिन ही बाद उन्हें कुछ आंतरिक टेस्ट के लिए कहा गया, लेकिन वे इसके लिए राजी नहीं थे, बावजूद इसके उनके टेस्ट किये गये. जिसके बाद उनके शरीर से इतना खून निकला कि, पूरा कमरा खून से लतपथ हो गया था। उसके बाद उन्हें आईसीयू में भी रखा गया। इसके बाद उनसे इलाज के एवज में फिर पैसों की मांग की गई। जिस पर पैसें दिए जाने तक उसका पासपोर्ट जब्द कर लिया गया। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि, अस्पताल द्वारा उन्हें धमकी दी गई, कि वे उसे ऐसा इंजेक्शन देंगे जिससे उसके शरीर के अंग काम करना बंद कर देंगे और कमरे में बंद कर देंगे एवं कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आएगा। हालाँकि, उन्होंने कुछ समय पश्चात् पचास हजार की रकम देकर अपना पासपोर्ट वापस पा लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि, वह अस्पताल भविष्य में किसी और के साथ इस तरह का व्यवहार न कर सके, इसके लिए उन्होंने इसकी शिकायकत की है।
वहीँ यूक्रेनियाई नागरिक ने बताया कि, मामले में उन्होंने पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस द्वारा उन्हें सीएमओ से शिकायत करने को कहा। साथ ही उन्होंने युक्रेन दूतावास से भी मामले की जानकारी दी, जिस पर दूतावास द्वारा उन्हें मदद का आश्वासन दिया गया है।
सीएमओ ने व्यक्ति को जिला कोर्ट भेजा है, जहाँ शनिवार को मीडिएटर के समक्ष मामले की सुनवाई होगी।
वहीं सिनर्जी अस्पताल के डॉक्टर कृष्णवतार ने यूक्रेनियाई नागरिक के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि, मरीज को पाइल्स के आलावा अन्य बीमारी भी थी, जिस कारण उन्हें आईसीयू में रखा गया था। साथ ही छह बोतल खून चढ़ाया गया।