बागेश्वर: जिला प्रशासन ने विभागीय काम में लापरवाही बरतने वाले विभागों पर कड़ी कार्रवाई करते हुये अधिकारियों के वेतन आहरण पर रोक लगा दी है। हाल ही में अधिकारियों से ब्लाक स्तर पर लगाये गये शिविर में आयी शिकायतों के निस्तारण की जानकारी मांगी गयी। कुछ विभाग सवाल पूछे जाने पर बगलें झांकने लगे। इस पर जिलाधिकारी ने लापरवाह अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के वेतन तत्काल रोकने के आदेश जारी कर दिये।
दरअसल जिले के ब्लाक और तहसील स्तर पर शिविरों के दौरान आयी शिकायतों को अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे थे। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने जिला सभागार में सभी विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में अधिकारियों से उन समस्याओं और शिकायतों की सूची देने के लिये कहा जो बहुउद्देशीय शिविरों और तहसील दिवसों में स्थानीय जनता एवं ग्रामीणों द्वारा अपने इलाके की समस्या दर्ज करायी थी। अधिकारियों से उन समस्याओं के निराकरण की स्थिति के बारे में भी पूछा गया। कुछ विभागों ने समस्याओं के निस्तारण की प्रगति से अवगत कराया, लेकिन कुछ विभागों के पास शिकायतों की सूची ही नहीं थी। समस्याओं के निस्तारण पर भी अधिकारी सही जबाब नहीं दे पाये। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग से सड़क संबंधी समस्या और शिक्षा विभाग से स्कूलों में अध्यापकों की स्थिति की जानकारी मांगी। इस पर भी वे पूरी और सही जानकारी नहीं दे सके। हर सवाल पर टालमटोल का रवैया देख जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया। जिलाधिकारी ने तत्काल लोक निर्माण विभाग, लघुडाल और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिये।