देहरादून: संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में उत्तराखंड के युवाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। हल्द्वानी निवासी और सेंट मेरीज स्कूल की पूर्व छात्रा अपूर्वा पांडे ने पहले ही प्रयास में आईएएस की परीक्षा में ऑल इंडिया 39वीं रैंक हासिल की है। इस रैंक के साथ अपूर्वा स्टेट टॉपर बनी हैं। उन्होंने अपना और परिजनों का सपना पूरा कर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
स्टेट टॉपर अपूर्वा जीजीआईसी नैनीताल में रसायन विज्ञान की शिक्षिका मीना पांडे और कोटाबाग पॉलिटेक्निक के अध्यापक किशन चंद्र पांडे की पुत्री हैं। अपूर्वा ने 2010 में सेंट मेरीज स्कूल से हाईस्कूल और बीरशिबा हल्द्वानी से इंटर करके जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। उनका भाई इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट से बैचलर ऑफ मैथमेटिक्स कर रहा है। अपूर्वा ने बीटेक के बाद एक वर्ष घर पर ही रह कर आईएएस की तैयारी की। इसके लिए उन्होंने बिल्कुल नए विषय राजनीतिशास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंध चुनकर पहले ही प्रयास में सफलता की बुलंदियां छू लीं।
देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का शुक्रवार देर शाम तक सामने आए नतीजों में प्रदेशभर के युवाओं ने हर बार की तरह इस बार भी अपना कमाल दिखाया। तमाम चुनौतियों और अड़चनों से पार पाकर इन युवाओं ने नया इतिहास रचा है। अपूर्वा पांडे (39 रैंक) के अलावा इन्होंने भी फहराया परचम, प्रतिष्ठा ममगाईं (50 रैंक), विशाखा डबराल (134 रैंक), स्नेहा मेहरा (188वीं रैंक), शानू डिमरी (270 रैंक), रितेश भट्ट (302 रैंक), हरियाणा की (दून में की तैयारी) मनी अरोड़ा (360 रैंक), आदित्य पंत (368 रैंक), सुदर्शन भट्ट (423 रैंक), पौड़ी मूल के वर्णित नेगी (504 रैंक), दून निवासी मुकुल जमलोकी (505 रैंक), दून की मोनिका राणा (577 रैंक), मोहित जोशी (918 रैंक), मयंक नेगी (944 रैंक) ।