नैनीताल: जनपद नैनीताल के कोटाबाग स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के प्राचार्य के खिलाफ विभागीय जांच के बाद कार्रवाई होना लगभग तय है। अब तक की जांच में विभाग ने वर्ष 2017-18 के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि की संस्तुति कर दी है। शिक्षा विभाग ने उन्हें जांच के कई बिंदुओं पर दोषी माना है।
अभिभावकों ने नवोदय में चल रही गड़बड़ी की शिकायत अधिकारियों को भेज थी, जिसके बाद महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने अपर निदेशक कुमाऊं डा. मुकुल सती की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन कर विद्यालय की जांच सौंपी थी। जांच समिति ने सात बिंदुओं पर जांच की, जिसमें से कुछ बिंदुओं की शिकायत सही पाई गई। शिकायती पत्र में कक्षा 6 के बच्चों से नियम विरुद्ध फीस जमा कराना, ट्रैक सूट के लिए बच्चों से पैसे जमा कराना, वार्षिक उत्सव, पत्रिका प्रकाशन के लिए छात्रों से पैसा लेना और विज्ञापन एकत्र करने के लिए अध्यापकों पर दबाव बनाना जैसे मामलों की शिकायत शामिल है। मेस में बनने वाले खाने की गुणवत्ता ठीक नहीं होने की भी शिकायत की गई है।
इतना ही नहीं प्राचार्य पर नोट बंदी के समय बच्चों के खातों में पांच सौ व हजार के नोट जमा करवाने की भी शिकायत की गई है। इसके अलावा बिना अनुमति के विद्यालय से बाहर जाने के भी आरोप लगे हैं। जांच में एक बात यह भी सामने आई है कि प्राचार्य छात्र-छात्राओं को निर्धारित मानक अनुसार गुणवत्तायुक्त भोजन न देते हैं। यह जांच भी सही पाई गई। साथ ही जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि विद्यालय ने जनसहयोग से अर्जित धनराशि का लेखा-जोखा भी नहीं रखा। अपर निदेशक कुमाऊं डा. मुकुल सती ने बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद शिक्षा महानिदेशालय से ही कार्रवाई की जाएगी।