देहरादनू : धर्मनगरी में कई होटल और गेस्ट हाउस लोगों को ठहराने के नाम पर कुकर्म की मंडियां सजा रहे हैं। पिछले दो सालों में धर्मनगरी हरिद्वार में छोटे-बड़े 12 सेक्स रैकेट पकड़े जा चुके हैं। जिस्मफरोशी के मकडजाल में पुलिस ऐसी उलझी हुयी है कि जब तक पुलिस सोचती है कि अब इस पर रोक लग जाएगी, तब तक एक और मामला सामने आ जाता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस्मफरोशी का धंधा हरिद्वार में अपनी जड़े कितनी गहरी कर चुका है। यह पुलिस के लिए भी लगातार चुनौतियां खड़ी कर रहा है।
हरिद्वार में एक के बाद एक सेक्स रैकेट के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसी साल जनवरी से लेकर अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं। इस साल जो पहला मामले सामने आया था। उसमें पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री का और बाद में वर्तमान वन मंत्री के आसपास मंडराने वाला एक छुटभैया नेता भी पुलिस के हत्थे चढ़ा था। पिछले सप्ताह भी पुलिस ने एक बडे सेक्स रैकेट को पकड़ा था। पुलिस पिछले मामले की जांच ही कर रही थी कि बुधवार को एक और मामला सामने आ गया।
होटलों में फलफूल रहा धंधा
हरिद्वार में जिस्मफरोशी का धंधा होटलों में ही फलफूल रहा है। खास बात यह है कि या तो धंधे में लिप्त लोग आबादी वाले क्षेत्रों में गेस्ट हाउस को अड्डा बना रहे हैं या फिर रेलवे स्टेशन और बस अड्डों के आसपास के ही होटलों में काॅल गर्ल के जरिए जिस्मफरोशी करा रहे हैं। इसके लिए बाकायदा दूसरे राज्यों से काॅल गर्ल को बुलाया जा रहा है। बुधवार को भी बीशू होटल से जिन दो लड़कों और एक दलाल के साथ काॅल गर्ल पकड़ी गई। वह पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। उसको वैश्यावृत्ति के लिए ही हरिद्वार बुलाया गया था। इससे पहले पकड़े गए गैंग में भी कई काॅल गर्ल दूसरे राज्यों से बुलाई गई थी।
बीट पुलिसिंग पर सवाल
पुलिस सेक्स रैकेट तो पकड़ रही है, लेकिन सवाल यह भी है कि ज्यादातर मामलों में आम लोगों की शिकायत पर ही एंटर ह्यूमन सेल और एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने कार्रवाई की। जबकि सभी क्षेत्रों में पुलिस को बीटों में बांटा गया है। सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि होटलों खासकर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के आसपास पुलिस की चेकिंग अधिक रहती है। बावजूद इसके होटलों में वैश्यावृत्ति हो रही है।
हैलो उत्तराखंड न्यूज से बात करते हुए हरिद्वार एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि वैश्यावृत्ति को रोकने के लिए पूरी टीम काम कर रही है। इसके लिए एसओजी और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को खासतौर पर जिम्मेदारी दी गई है। वही इस पर काम कर रही है। हमने पिछले कुछ समय में सेक्स रैकेट को पकड़ने में सफलता हासिल की है। कोशिश इसके पूरे नेटवर्क का पता लगाकर पूरी तरह बंद कराने की जा रही है।