हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में खनन की आड़ में गंगा का सीना धड़ल्ले से चीरा जा रहा है। गंगा की सुंदरता को बचाने के लिए मातृ सदन आश्रम स्वामी शिवानंद और उनके शिष्य आत्मबोधानंद अनशन रूपी तपस्या पर बैठे हुए थे। हरिद्वार पुलिस कप्तान के अनुरोध पर स्वामी ने 10 दिन के लिए अनशन रूपी तपस्या को स्थगित करने के लिए सहमति दी है। साथ ही कहा कि अगर 10 दिन में उनकी मांग पूरी नहीं की जाती तो वह एक बार फिर अनशन पर बैठने को तैयार है।
बता दे कि गंगा मे खनन पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर स्वामी शिवानंद और उनके शिष्य आत्मबोधानंद अनशन रूपी तपस्या कर रहे थे। बीते रोज देर रात हरिद्वार एसएसपी कृष्ण कुमार वीके और एसडीएम मनीष सिंह ने स्वामी शिवानंद से बात कर उनका अनशन तोड़ दिया। एसडीएम मनीष सिंह ने बताया कि एसएसपी के अनुरोध पर स्वामी शिवानंद ने अपना अनशन तोड़ दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वामी की मांगों को एसएसपी और जिले के उच्च अधिकारीयों द्वारा जल्द पूरा कर दिया जायेगा।
हैलो उंत्तराखंड न्यूज़ से बात करते हुए मातृ सदन आश्रम स्वामी आत्मबोधानंद ने बताया कि गंगा में धड़ल्ले से हो रहे खनन के विरोध में आश्रम के स्वामी शिवानंद और खुद आत्मबोधानंद पिछलै दो महीने से अनशन रूपी तपस्या पर बैठे थे। साथ ही उन्होंने कहा कि एसएसपी ने उन्हें लिखित रूप में आश्वासन दिया है कि अगर 10 दिन में उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो वह अनशन करने के लिए स्वतंत्र है। स्वामी आत्मबोधानंद ने कहा कि फिलहाल दस दिन के लिए तपस्या रूपी अनशन को स्थगित किया गया है। मांगे पूरी ना होने पर पुनः तपस्या की जायेगी।