सोमवार को सीएम आवास में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ी संख्या में पहुचें लोगों की शिकायतों और समस्याओं को सुना। अधिकतर शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। कार्यक्रम के दौरान करीब 200 लोगों की शिकायतों को दर्ज कर मुख्यमंत्री रावत के समक्ष रखा गया। मुख्यमंत्री ने एक-एक फरियादियों से उनकी बात को गम्भीरता से सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को समस्याओं के समयबद्ध निस्तारण के निर्देश भी दिए। रावत ने कहा कि आमजन की समस्याओं के निस्तारण में अनावश्यक विलम्ब नहीं होना चाहिए। समस्याओं के निस्तारित होने की सूचना संबंधित व्यक्ति को दी जानी चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान लगभग 40 आर्थिक सहायता के प्रकरण रखे गए। इस संबंध में मुख्यमंत्री रावत ने गुण दोष के आधार पर शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए। ऐसे आर्थिक सहायता के प्रकरण जो चिकित्सा उपचार से संबंधित है, उनके साथ मेडिकल बिल तथा चिकित्सा उपचार संबंधित प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लगाने होंगे।
सुबह से ही लोग अपनी शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कार्यालय पहुंचना शुरू हो गए। बारी-बारी से लोगों ने मुख्यमंत्री के सामने रूबरू होकर अपनी बात रखी।