देहरादून: सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले ढैंचा बीच दूसरा विधानसभा डोईवाला में गलत चुनाव की याचिका और अब संपत्ति मामले में निर्वाचन आयोग द्वारा मामले में पुनर्मूल्यांकन हेतु केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को भेजे गए पत्र से उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
दरअसल विधानसभा चुनाव 2017 में निर्वाचन आयोग के समक्ष दिया शपथ पत्र के मामले में भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली ने संज्ञान लिया है और सीएम द्वारा दर्शायी गयी संपत्ति की कीमत के मामले में पुनर्मूल्यांकन हेतु पत्र सभापति, केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, वित्त मन्त्रालय नई दिल्ली को जॉंच के लिए भेजा है।
गौरतलब है कि जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रधुनाथ सिंह ने कुछ समय पहले मीडिया के समक्ष ऐसे कागजात पेश किए, जिससे उन्होंने कहा कि सन् 2007 से लेकर 2017 तक उनकी प्रॉपर्टी में जिस प्रकार उछाल आया है वो अपने आप में एक बड़ा सवाल है।
मीडिया में जारी किए कागजों में वर्ष 2007 में सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत के पास बैंक में 1लाख 92 हजार 629 रूपए थे। और जमीन 0.164हैक्टेयर थी जिसकी कीमत 80 हजार थी। डिफेन्स कोलॉनी में माता का घर जिसकी कीमत 1लाख26 हजार 500, दूसरा घर 0.455 एकर में जिसकी कीमत 8 लाख 82 हजार दर्शाए गई थी।
2012 में बैंक में 29 लाख 60 हजार 853, 0.329 हैक्टेयर भूमि 3 अक्टूबर 2010 में खरीदी जिसकी कीमत 8 लाख दर्शाई गई। वहीं तीन अतिरिक्त भूमि 2010 में खरीदी गईं जिनकी कीमत क्रमशः
290.31 स्क्वायर मीटर (पत्नी के नाम) जिसकी कीमत 3 लाख 78 हजार,
222.96 स्क्वायर मीटर (पत्नी के नाम) जिसकी कीमत 2लाख 90 हजार
319.80 स्क्वायर मीटर (पत्नी के नाम) जिसकी कीमत 2 लाख 88 हजार दर्शाए गए और साथ ही दोनों घर।
2014 बैंक में 19 लाख 52 हजार 709रूपए थे।
0.173 हैक्टेयर पैतृक भूमि जिसकी कीमत 50 लाख रूपए,
290.31 स्क्वायर मीटर (पत्नी के नाम) जिसकी कीमत 3 लाख 78 हजार,
222.96 स्क्वायर मीटर (पत्नी के नाम) जिसकी कीमत 2लाख 90 हजार,
319.80 स्क्वायर मीटर (पत्नी के नाम) जिसकी कीमत 2 लाख 88,
2012 में दो और जमीनें पत्नी के नाम से ली गईं जिनकी कीमत और हैक्टेयर क्रमशः 0.101 हैक्टेयर जिसकी कीमत 8लाख 19 हजार 805 दर्शाई गई और दूसरी भूमि 0.126 हैक्टेयर जिसकी कीमत 2 लाख 2 हजार 500 और साथ ही पैत्रिक घर जिसकी कीमत 50 लाख दर्शाई गयी।
2017 बैंक में 11 लाख 92 हजार 605 दर्शाया गया और शेष जमीनों की कीमत और घरों की कीमत को हूबहू दर्शाया गया है।
हैलो उत्तराखंड न्यूज से बात करते हुए रघुनाथ नेगी ने कहा कि यह तो वाकई में चौंकाने वाली बात है कि जो घरों और जमीनों की कीमत 2007 में दिखाई गई उनकी कीमत 2017 तक वहीं की वहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि एक आम नेता के पास इतनी जमीनें खरीदने के लिए पैंसा कहां से आया?
नेगी ने कहा कि स्वयं सी0एम0 रावत द्वारा अपने हलफनामे में अपनी पत्नी की संपत्ति की कुल कीमत 28 लाख प्रदर्शित की है, जबकि उक्त संपत्ति का चालू बाजारू मूल्य वर्तमान में करोड़ों रू0 है। उक्त संपत्ति में से लगभग 3 बीघा भूमि सहस्त्रधारा से लगती हुई है तथा 3 आवासीय प्लॉट हैं। इसके अतिरिक्त रावत द्वारा अपने डिफेन्स कालोनी स्थित भू-खण्ड जिसमें 3500 वर्ग फिट निर्माण तथा 3700 वर्ग फीट खाली भूमि है, उक्त समस्त संपत्ति की कीमत बाजारू मूल्य 50 लाख प्रदर्शित की है, जबकि आज उक्त संपत्ति की वास्तविक कीमत तीन करोड़ से अधिक मूल्य की है।