सुनीता राजपूत
जीएसटी के लागू होने से हमारे अन्नदाता किसानों पर भी एक बडा असर देखने को मिलने वाला है दरअसल 1 जुलाई के बाद यूरिया, डाई और कीटनाशक महंगे होने वाले हैं।
जीएसटी के लागू होने से किसानों के सामने काफी कुछ बदलाव आएगें-
जीएसटी के बाद खाद पर 12 प्रतिशत और कीटनाशकों पर 18 प्रतिशत तक कर बढ जायेगा।
एक एकड़ में खेती की लागत लगभग 360 रुपये तक बढ़ जाएगी।
एक जुलाई से देश भर में जीएसटी लागू करने की जोर-शोर से तैयारी की जा रही है, लेकिन किसान इसकी नई दरों से निराश हैं। खाद पर 12 प्रतिशत कर लगेगा, जबकि कीटनाशकों पर 18 प्रतिशत तक कर देना पड़ेगा। खुद को किसानों की हिमायती बताने वाली सरकार ने किसानों पर अतिरिक्त बोझ डालने की पूरी तैयारी कर ली है।
प्रति एकड़ लागत
अब जीएसटी के बाद
बीज 400रु 400रु
यूरिया 680रु 720रु
डाई 1050रु 1300रु
जिंक 250रु 270रु
कीटनाशक 550रु 600रु
कुल 2930 रु 3290रु
जीएसटी के बाद खाद की कीमतें बढ़ने वाली है इसलिए पहले ही किसान बुआई का काम खत्म कर रहे हैं। ट्रैक्टर के स्पेयर पार्ट्स पर भी 28 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
किसानों का कहना है कि उन्होने वित्त मंत्री अरुण जेटली से निवेदन किया है, कि किसानों पर ये बोझ ना डाला जाए। भारतीय किसान पहले से ही कई मोर्चों पर बेतहाशा दबाव का सामना कर रहा है और टैक्सों का बढ़ा हुआ बोझ उसकी आमदनी में सेंध लगाएगा। अगर उपज की कीमतें किसी तरह बढ़ती भी हैं, तो पूरे देश को दिक्कत होगी, क्योंकि खाने-पीने के सामानों के दाम बढ़ेंगे और इससे आम आदमी परेशानी में आ जाएगा।