मंयक ध्यानी
कहते हैं कि युवा देश का भविष्य होते है और सैनिक देश की वीरता का प्रतीक। राष्ट्र के भविष्य का देश की वीरता से परिचय हो सके इसके लिए अब लगभग 1000 शिक्षण संस्थानों में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले 21 परमवीर चक्र प्राप्त शहीदों की शौर्य गाथाओं को उनकी तस्वीरों के साथ लगाया जाएगा।
जिसके लिए ‘वॉल ऑफ वैलर’ का निर्माण किया जा रहा है। मकसद युवा वर्ग में देश के सैनिकों के प्रति जानकारी के साथ- साथ, उनके शौर्य औऱ पराक्रम के बूते युवाओं को प्रेरित करना भी है।
इसके लिए पूरे प्रदेश से दून विश्वविद्यालय को चुना गया है। जहां पर उत्तराखंड राज्यसभा सांसद तरुण विजय की देखरेख में ‘वॉल ऑफ वैलर’ का निर्माण कराया जाएगा।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने हमें बताया कि इस ‘वॉल ऑफ वैलर’ का निर्माण कब से शुरू होगा, इसके लिए उन्हे मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देशों का इंतजार है। निर्देश मिलते ही तुरंत कार्य शुरू करा दिया जाएगा।