देहरादून: बीते 5 मई को जंग बहादुर थापा पुत्र स्वर्गीय तुला सिंह निवासी ग्राम छिद्दरवाला रायवाला देहरादून ने थाना रायवाला पर सूचना अंकित करायी कि, मेरी नाबालिग पुत्री घर से बिना बताये कहीं चली गयी है। इस सूचना पर थाना रायवाला पर नाबालिक की गुमशुदगी दर्ज की गयी। विवेचना के मध्य 18 मई को जानकारी मिली कि नाबालिग लड़की को कुलदीप कुमार निवासी दिल्ली का लड़का अपने साथ भगा कर ले गया, जिस पर गुमशुदगी को मुअसं 92/2018, धारा 363/366 ए भादवि में परिवर्तित कर विवेचना आरम्भ की गयी। कुलदीप निवासी दिल्ली को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जिसने बताया था कि, नाबालिक को भगाने वाला बिजनेश उर्फ बृजेश पुत्र रामधुन निवासी कंजा चकरापुर थाना भूता जिला बरेली उत्तरप्रदेश है। पुलिस द्वारा बिजनेश उर्फ बृजेश की गिरफ्तारी व नाबालिग अपृहता की बरामदगी हेतु पूर्व में जनपद बरेली, बदांयु व अन्य स्थानों पर कई बार दबिश दी गयी, परन्तु अपहरणकर्ता बार-बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था। रायवाला पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय से अभियुक्त के गिरफ्तारी वारण्ट व कुर्की के आदेश प्राप्त कर अभियुक्त के घर की कुर्की भी की गयी।
अभियुक्त की गिरफ्तारी व अपृहता की शीघ्र बरामदगी हेतु पुलिस टीम गठित की गई। पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस व मुखबिर तन्त्र की मदद ली गयी जिससे पुलिस को काफी जानकारी प्राप्त हुई। 22 सितम्बर को पुलिस टीम को सूचना मिली कि अभियुक्त बिजनेश उर्फ बृजेश नाबलिग लड़की को लेकर उसके परिवार वालों से मिलने के लिये जा रहा है व इस समय नेपाली तिराहा के पास खड़ा है। पुलिस टीम बिना देरी किये नेपाली तिराहे पर पंहुची तो देखा नेपाली तिराहे के एक लड़का व एक लड़की खड़े थे। पुलिस टीम द्वारा नाबालिग लड़की को दूर से ही पहचान लिया जो कि अपृहता ही थी। पुलिस टीम द्वारा दोनों को मौके पर पकड़ लिया गया। पकड़े गये लड़के ने अपना नाम बिजनेश उर्फ बृजेश बताया। पूछने पर उसने बताया कि हम दोनो एक दूसरे से प्यार करते हैं तथा हमने मन्दिर में शादी कर ली है। आज मैं इसे इसके परिवार वालों से मिलाने के लिये छिद्दरवाला लेकर आया था। चूंकि अभियुक्त द्वारा नाबालिग लड़की का अपहरण किया गया है, जिस कारण उसे गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया।