रूद्रप्रयाग: जनपद के आपदा प्रबन्धन तन्त्र को मजबूत करने के मकसद से जिले में चार दिवसीय आईआरएस स्टिम की कार्यशाला के आयोजन का आज समापन हो गया है। इस दौरान कार्यशाला में जिला स्तर के अधिकारियों को एक्स्पर्टों ने विभिन्न मॉक ड्रिलों और कार्यशालाओं के माध्यमों से आपदाओं से होने वाली बड़ी हानियों को कम करने के गुर सिखाये। साथ ही बड़ी आपदा के समय किस तरह से विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया जाय इसके लिए जिम्मेदारियां भी दी गई।
जिला सभागार में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि जिले के खांकरा में भूस्खलन, बर्सू एवं पांजणा में भूकम्प एवं बादल फटने से सम्बन्धित सरप्राईज मॉक अभ्यासों का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मॉक अभ्यासों से आई.आर.टी. के सदस्यों में अपने दायित्वों को समझने एवं कार्य प्रणाली में वृद्धि हुई है। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा भविष्य में किसी भी प्रकार की आपदाओं से निपटने हेतु आई.आर.टी. के सभी सदस्यों को तत्पर रहने के निर्देश दिये गये। आई.आर.एस. एक्सपर्ट बी.बी. गणनायक ने जनपद स्तरीय आई.आर.टी. को स्लाईड शो के माध्यम से उनके दायित्वों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।