देहरादून: प्रदेश में निकाय चुनाव का शोर आज शाम को थम जाएगा। राजनीति में वैसे तो कई वाकये होते रहते हैं, लेकिन जब चुनाव आते हैं, तो खास और रोचक बातें सामने आती हैं। ऐसे दो वाकये देहरादून और हल्द्वानी में सामने आए हैं। दोनों ने ही प्रदेश में खूब चर्चे बटोरे हैं। ये बात अलग है कि उनको अपने चुनाव प्रचार से फुरसत नहीं है, तो पता भी नहीं कि चर्चे कैसे और क्यों हो रहे हैं।
पहला वाकया हल्द्वानी के इंदिरा नगर का है। हल्द्वानी में भाजपा-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। लेकिन, इंदिरा नगर में इस बात की ज्यादा चर्चा है कि क्या नेता जी और उनकी पत्नी चुनाव जीत पाएंगे। नेता जी यानि सकील सलमानी। तीन बार पार्षद रह चुके हैं। उनकी पत्नी भी एक बार पार्षद का चुनाव जीत चुकी हैं। इस बार दोनों ने ही अलग-अलग वार्डों से ताल ठोकी है।
सकील सलमानी की पत्नी फईम जेबा सलमानी वार्ड-32 से चुनाव लड़ रही हैं। उनका दावा अपने पिछले कार्यकाल में कराए गए कामों के दम पर चुनाव जीतने का है। वो कहती हैं कि उनके पति ने और उन्होंने इस वार्ड में काम कराए हैं। उनके पति उनके लिए उनके वार्ड में वोट मांग रहे हैं, तो फईम जेबा सलमानी अपने पति सकील सलमानी के लिए उनके चुनाव क्षेत्र में वोट मांग रही हैं। पति-पत्नी की ये जोड़ी इन दिनों खासे चर्चा में हैं। माना जा रहा है कि दोनों ही काफी मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं और जीतने की भी पूरी उम्मीद है।
दूसरा वाकया देहरादून का है। दरअसल, प्रदेश में पहली बार तीन बच्चों वाले चुनाव लड़ने से वंचित किए गए हैं। वाकया भी उसी से जुड़ा है। देहरादून नगर निगम चुनाव में एक प्रत्याशी ऐसा भी है, जिसके तीन बच्चे होने के बाद भी चुनाव लड़ने की अनुमति दी गई है। ये बात आपको हैरान कर सकती है, लेकिन बात पूरी तरह सच है। पहले उनका एक ही बच्चा था, लेकिन जुड़वा बच्चे होने से उनके तीन बच्चे हो गए। दअरसल, इनको भी चुनाव लड़ने से रोका गया था, लेकिन जब उन्होंने चुनाव आयोग में अपने बच्चों के जुड़वा होने के दस्तावेज पेश किए तो आयोग ने भी चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी।