देहरादून: उत्तराखंड में आयोजित पहली इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी इन्वेस्टर का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बाबा केदार की छत्रछाया में आप यहां खुश होंगे। उन्होंने कहा कि उद्योगों के साथ-साथ आप उत्तराखंड में सांस्कृतिक विविधता से भी रू-ब-रू होंगे। उन्होंने कहा कि भारत में तेज गति से आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन आया है। देश बदल रहा है। हम नए भारत की ओर आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भारत दुनिया का सबसे बड़ा ग्रोथ सेंटर बनने वाला है। महंगाई दर नियंत्रण में है। हमारे देश में मिलडल क्लास वर्ग बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारे पास 80 करोड़ युवा हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का भविष्य उज्ज्वल है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर 10 हजार से ज्यादा कदम उठाए हैं। हमने कई पुराने कानूनों को खत्म किया है। पीएम ने कहा कि टैक्स प्रक्रिया को अभी और सुधारने की जरूरत है और उस दिशा में काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे से लेकर हवाई सेक्टरों में तरक्की का जिक्र किया। उन्होंने कहा इस क्षेत्र में हम और तेजी से काम कर रहे हैं। उत्तराखंड सरकार को सलाह देते हुए कहा कि सरकार को कृषि क्षेत्र में अधिक ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यहां जो उत्साह इन्वेस्टरों ने दिखाया है। उसको जल्द धरातल पर उतारने का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने राज्य निर्माण के समय जो सपना देखा था। उस दिशा में उत्तराखंड आगे बढ़ रहा है। धानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगभग 32 मिनट के भाषण में उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट में कई बातें कही। पीएम ने इशारों-इशारों में त्रिवेन्द्र सरकार को धरातल पर काम करने की सलाह भी दी। साथ ही भाषण के दौरान कई सुझाव भी दिए।
उन्हांने कहा 18 वर्ष की उत्तराखंड सरकार की उम्र को व्यर्थ न जाने दें, इस उम्र में नई बुलंदी छूओ ऐसा काम करो। पीएम मोदी ने आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रदेश सरकार को विशेष तरह से जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा, कृषि, बागवानी, जैविक खेती पर भी ध्यान देने को कहा। साथ ही पीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिर्नाइं। पीएम मोदी ने उत्तराखंड सरकार की 13 डेस्टीनेशन का जिक्र भी किया। पीएम ने कहा कि ऑल वेदर रोड, रेलवे विस्तार, हवाई विस्तार से हम राज्य को आगे बढ़ाना चाहते हैं, पीएम ने 2025 तक राज्य के समृद्धशाली और खुशहाली की कामना के साथ अपना भाषण खत्म किया।