अल्मोड़ा: गर्मी का मौसम आते ही उत्तराखण्ड में पानी की किल्लत होना एक आम बात सी हो गयी है। चाहे जितनी भी सरकारें आयी हो, सभी ने पानी की भारी किल्लत को दूर करने के लिए कई योजनाएं बनायी, लेकिन हालात आज भी जस-के-तस बने हुए है। अब प्रदेश की सरकार ने उत्तराखण्ड में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को पानी देने के लिए 2022 तक सभी को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने की बात कह रही है।
गर्मी के मौसम में पेयजल किल्लत को देखते हुए अल्मोडा पहुंचे पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि, सरकार पानी की समस्या को दूर करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने कहा कि, सरकार 2022 तक सभी परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराने की मंशा से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि, गर्मी में पानी की भारी किल्लत वाले 660 संभावित क्षेत्रों को चिहिन्त किया गया है। जहां टैकरों से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीँ पानी की किल्लत को दूर करने के लिए हैंडपम्प भी लगाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि, सात नगरों के 35 क्षेत्रों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही की जा रही है। इसके लिए 975 करोड रूपये की धनराशी स्वीकृत किये गये हैं। और पानी की भारी किल्लत को दूर करने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। इसके आलावा उन्होंने कहा कि, 91 शहरी क्षेत्रों में से 21 नगरीय क्षेत्रों में 135 लीटर परकैम्टा की उपलब्धता है, लेकिन सभी को 135 लीटर पानी मिल सके, इसके लिए विभिन्न परियोंजनाओं के माध्यम से कार्य किया जा रहा है।