रुद्रप्रयाग: वर्ष 2019 की केदारनाथ यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है। मौजूदा वर्ष की तरह ही शीतकाल में केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी रहेंगे और धाम में कार्य कर रहे मजदूरों, कर्मचारियों व अधिकारियों को पूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जायेंगी।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने पर्यटन सचिव दलीप जावलकर, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, जिन्दल ग्रुप के अधिकारियों व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ केदारनाथ का दौरा कर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। सीएस ने धाम में मजदूरों की संख्या बढाने के निर्देश दिये व वर्ष 2019 की यात्रा शुरु होने से पहले महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिये।
सीएस दौरे केे बाद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि, मौजूदा वर्ष की भांति धाम में पुनर्निर्माण के कार्य चलते रहेंगे। इसके लिए सभी संसाधन मुहैया करवाये जायेंगे। निम के चिकित्सकों की टीम धाम में मौजूद रहेगी, तो किसी भी आपात स्थिति में धाम के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध रहेगा। इस समय धाम में करीब ढाई सौ मजदूर मौजूद हैं और कडाके की ठण्ड के बावजूद भी मजदूरों को सभी सुविधाएं धाम में प्रशासन के द्वारा दिलवाई जा रही हैं। साथ ही कहा कि, गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक पूरे पैदल मार्ग पर स्थाई शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा। इसके अलावा भैरवनाथ जाने के मार्ग पर व गरुढचट्टी जाने के मार्ग पर दो पुलों का निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा व सरस्वती नदी पर घाट निर्माण व सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य भी पूरा किया जायेगा। यही नहीं धाम में तीर्थ पुरोहितों के करीब 73 घरों को स्थानीय शैली के आधार पर निर्मित किया जाना है जिसके लिए भी कार्य किया जा रहा है और सम्बन्धित एजेन्सी को निर्देश दिये जा चुके हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि, मुख्य सचिव द्वारा अण्डरग्राउण्ड बनने वाली आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल निर्माण को लेकर भी निर्देश दिये गये हैं कि अगले वर्ष की यात्रा के दौरान समाधि स्थल का निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए। कहा कि केदारनाथ मंदिर के पश्चिमी द्वार से मंदाकिनी नदी तक श्रद्वालुओं के दर्शनार्थ लगने वाली लाइन के लिए शैल्टर तैयार कर दिये जांय। इसके लिए पांच मीटर चौड़ा पथ निर्माण कार्य यात्रा शुरु होने से पूर्व किया जाय। सीएस के दौरे के दौरान पर्यटन सचिव दलीप जावलकर ने भी कार्यदायी संस्थाओं को सपष्ट तौर पर निर्देश दिये कि समय व मौसम को देखते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लायी जाय जिससे वर्ष 2019 की यात्रा के शुरु होने के दौरान किसी भी तरह की दिक्कतें ना रहें।