हल्द्वानी: 19 साल पहले उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड के रूप में अस्तित्व में आए पर्वतीय राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में कई छोटी-बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। कुमाऊं को जहां आइआइएम का गौरव प्राप्त हुआ, वहीं, स्वास्थ्य के क्षेत्र में दो मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली। तराई में स्थापित सिडकुल में हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है। सड़क, पर्यटन, रोजगार आदि के क्षेत्र में भी कई उपलब्धियां हैं।
पिथौरागढ़ में नैनी सैनी हवाई पट्टी का विस्तार होने के साथ ही हवाई सेवा शुरू होना उपलब्धि भरा है। हवाई सेवा शुरू होने से पहली बार कुमाऊं का पर्वतीय क्षेत्र हवाई सेवा से जुड़ा है। इससे सफर आसान हुआ है। आने वाले समय में हवाई सेवा का विस्तार होने के बाद पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चम्पावत व बागेश्वर के लोग इसका लाभ उठाएंगे।
टनकपुर से पिथौरागढ़ तक ऑलवेदर सड़क दो जिलों के लिए सबसे बड़ी सौगात है। पिथौरागढ़ व चम्पावत जिले इससे सीधे जुड़े हैं।