देहरादून: प्रदेश में 19 आइएएस, 19 पीसीएस और सचिवालय सेवा के सात अधिकारियों के दायित्व में फेरबदल किया गया है। इस सिलसिले में शुक्रवार देर रात आदेश जारी किए गए। इसके अलावा कई अधिकारियों के दायित्व में इजाफा किया गया है तो कुछ का बोझ कम किया गया है। कुछ अपर सचिवों को प्रभारी सचिव बनाया गया है।
अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश से उकाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का दायित्व हटाकर इसे सचिव (प्रभारी) दिलीप जावलकर को सौंपा गया है। जावलकर से पर्यटन समेत अन्य विभाग हटाए गए हैं। दून के मुख्य नगर आयुक्त का जिम्मा अभी तक जनपद स्तरीय विकास प्राधिकरण ऊधमसिंहनगर का दायित्व देख रहे विनय शंकर पांडेय को सौंपा गया है। देहरादून के डीएम एसए मुरुगेशन से मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून का अतिरिक्त प्रभार हटाया गया है। अपर सचिव आशीष जोशी से कृषि, उद्यान व गृह हटाकर उन्हें सचिव (प्रभारी) आवास एवं गृह बनाया गया है।
अपर सचिव बृजेश कुमार संत को भी सचिव (प्रभारी) खनन एवं एमडी उत्तराखंड परिवहन निगम बनाया गया है। अपर सचिव भूपाल सिंह मनराल को कार्मिक व शहरी विकास की जिम्मेदारी से अवमुक्त करते हुए उन्हें सचिव (प्रभारी) कार्मिक, नियोजन, स्टाफ ऑफिसर मुख्य सचिव एवं निदेशक शहरी विकास बनाया गया है। अपर सचिव डॉ.वी षणमुगम से संयुक्त मुख्य सचिव निर्वाचन अधिकारी का दायित्व वापस लिया गया है। उनके शेष पदभार यथावत बने रहेंगे।
सी रविशंकर से गृह, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, निदेशक समेकित बाल विकास व निदेशक भाषा संस्थान का दायित्व हटाकर पर्यटन एवं अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर्यटन विकास परिषद की जिम्मेदारी दी गई है। रामविलास यादव से महिला कल्याण व आयुक्त निशक्तजन, विनोद कुमार सुमन से प्रबंध निदेशक केएमवीएन, ज्योति यादव से पर्यटन व अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर्यटन विकास परिषद के दायित्व हटाए गए हैं। उनके बाकी प्रभार यथावत बने रहेंगे।
आनंद स्वरूप को अपर सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग के पद पर भेजा गया है। वह अभी तक सचिव लोकसेवा आयोग उत्तराखंड का दायित्व देख रहे थे। कैप्टन आलोक शेखर तिवारी को अब अपर सचिव वैकल्पिक ऊर्जा के पद पर तैनाती दी गई है। उदयवीर सिंह यादव से गृह हटाकर अपर सचिव गोपन तथा संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है।
अतुल कुमार गुप्ता को अपर सचिव सिंचाई व लघु सिंचाई का जिम्मा सौंपा गया है। हरिद्वार के डीएम दीपक रावत से हरिद्वार विकास प्राधिकरण का अतिरिक्त प्रभार हटाया गया है। डिप्टी कलक्टर चमोली रोहित मीणा को प्रबंध निदेशक केएमवीएन और सिटी मजिस्ट्रेट देहरादून मनुज गोयल को मुख्य विकास अधिकारी ऊधमसिंहनगर के पद पर तैनाती दी गई है। पीसीएस देव कृष्ण तिवारी से अपर सचिव गृह का दायित्व वापस लेकर उपाध्यक्ष जनपद स्तरीय विकास प्राधिकरण ऊधमसिंहनगर, योगेंद्र यादव से निदेशक समाज कल्याण हटाकर अपर सचिव महिला कल्याण आयुक्त निशक्तजन, बाध्य प्रतीक्षा में रखे गए राजेंद्र कुमार को सचिव उत्तराखंड लोकसेवा आयोग, सीडीओ ऊधमसिंहनगर आलोक कुमार पांडे को मुख्य नगर आयुक्त हरिद्वार व उपाध्यक्ष हरिद्वार विकास प्राधिकरण के पद पर तैनाती दी गई है।
सचिव एमडीडीए पीसी दुम्का को जीएम उत्तराखंड राज्य औद्योगिक विकास निगम का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। एडीएम हरिद्वार ललित नारायण मिश्रा से मुख्य नगर आयुक्त हरिद्वार का पदभार हटाया गया है। झरना कमठान से जीएम सिडकुल का दायित्व हटाकर अपर सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास और निदेशक आइसीडीएस की जिम्मेदारी दी गई है। प्यारेलाल शाह को उपनिदेशक शहरी विकास और उपमुख्य नगर अधिकारी देहरादून के दायित्व से अवमुक्त किया गया है।
विनोद गिरी गोस्वामी को निदेशक समाज कल्याण और एडीएम नैनीताल बीएस फिरमाल को एडीएम चंपावत के पद पर तैनाती दी गई है। एडीएम चंपावत का तबादला जीएम जीएमवीएन के पद पर किया गया है। बाध्य प्रतीक्षा में चल रहे जगदीश लाल को सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार, डिप्टी कलक्टर नैनीताल अशोक कुमार जोशी को महाप्रबंधक केएमवीएन, बाध्य प्रतीक्षा में चल रहे सुरेंद्र सिह को एडीएम नैनीताल व जयवर्द्धन शर्मा को डिप्टी कलक्टर बागेश्वर के पद पर तैनाती दी गई है। नारायण सिंह नबियाल से डिप्टी कलक्टर ऊधमसिंहनगर की जिम्मेदारी वापस ली गई हे।
डिप्टी कलक्टर टिहरी दीपेंद्र सिंह नेगी को इसी पद पर हरिद्वार में तैनाती दी गई है। डिप्टी कलक्टर बागेश्वर सुंदर सिंह को इसी पद पर ऊधमसिंहनगर और डिप्टी कलक्टर रुद्रप्रयाग गोपाल सिंह को इसी पद पद हरिद्वार भेजा गया है। इसके अलावा सचिवालय सेवा के अपर सचिव देवेंद्र सिंह पॉलीवाल से सिंचाई व लघु सिंचाई विभाग और अपर सचिव एसएस वल्दिया से श्रम विभाग वापस लिए गए हैं। रमेश कुमार को अपर सचिव श्रम, सुनील श्री पांथरी को अपर सचिव गृह, दिनेश चंद्र पालीवाल को अपर सचिव जलागम, बीआर टम्टा को निदेशक भाषा संस्थान के पद पर तैनाती दी गई है। धीरेंद्र सिंह दताल से जलागम वापस लेकर अपर सचिव अल्पसंख्यक कल्याण व निदेशक और निदेशक उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद की जिम्मेदारी दी गई है।