बागेश्वर: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गांव पालड़ीछीना-जैनकरास मोटर मार्ग का निर्माण नहीं होने पर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। नाराज ग्रामीणों ने अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि 14 साल बीत गए 2005 से स्वीकृत सड़क 12 किमी सड़क का निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया है। विभाग उन्हें आश्वासन तो देता है, लेकिन मांग आज तक पूरी नहीं हो पाई है।
यहाँ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम का बोर्ड तो लगा दिया, लेकिन उनका गांव आज भी सड़क सुविधा से वंचित है। पालड़ीछीना गांव के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. महेंद्र सिंह करायत के बेटे फते सिंह करायत के नेतृत्व में ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सड़क नहीं बनने से गांव के लोगों का सब्र टूट गया है। कई बार जिलाधिकारी से मिले और आश्वासनों का पुलिंदा थमा दिया गया। वर्तमान में सिर्फ सात किमी सड़क ही कट सकी है। उसकी हालत भी दयनीय है सड़क में गाड़ी चलने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि सड़क नहीं बनने से प्रसव पीड़िताओं को सबसे अधिक दिक्कत हो रही है। बुजुर्गों के बीमार होने पर उन्हें अस्पताल तक ले जाना मुश्किल हो गया है और वह इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। गांवों में उत्पादित फल, सब्जी और अन्य अनाज को बाजार नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे आंदोलन तेज करेंगे।
वहीँ जिलाधिकारी ने बताया की सम्बंधित विभाग से जानकरी ली गयी उनका कहना है की इस मोटर मार्ग में दो तीन पुल भी बनने है। जिसका डिजाईन आईआईटी रुड़की भेजा गया है जैसे ही पुल का डिजाइन व शासन से पुलों के लिए बजट स्वीकृत होता है, शेष बचा हुआ मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा।