देहरादून: 108 एम्बुलेंस सेवा के पूर्व कर्मचारियों का प्रदर्शन लगातार 27 दिन से जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कर्मचारियों को समर्थन देने धरना स्थल पहुंचे। इस दौरान हरीश रावत ने कहा कर्मचारी पिछले 27 दिन से संघर्ष कर रहे है। 27 दिन से इस गर्मी में तप रहे हैं। एक प्रकार की तपस्या है। वहीं हरीश रावत ने कहा यह संघर्ष की तपस्या कर रहे हैं। 108 के कर्मचारी पहले दिन से ही पसीज रहे हैं। हरीश रावत ने कहा मुख्यमंत्री को जनता ने जब अपना आशीर्वाद दे दिया हैं। अब तो सरकार का दिल पसीना चाहिए। हरीश रावत ने कहा मेरी भी यही सरकार से अपील है।
हरीश रावत बोले की 108 कर्मचारियों का भी समाधान करो और इस तरीके के जो संघर्ष कर रहे नौजवान हैं,उन सबकी समस्याओं का समाधान भी होना चाहिए। वही हरीश रावत ने कहा हमने उत्तराखंड राज्य बनाया इन्हीं नौजवानों के लिए था। अब यही लोग जीरो टॉलरेंस की सरकार से असंतुष्ट परेशान नज़र आ रहे। बड़ी तकलीफ की बात हैं। हरीश रावत ने कहा जो भी टेंडर जीरो टॉलरेंस की सरकार ने किये हैं। उसको कैंसिल करके पुराने सेशन को लागू करें। हरीश रावत ने कहा कांग्रेस सरकार ने जो भी 108 कर्मचारियों के लिए पहले संशोधन किया उसी पर वर्तमान सरकार रहे। जो सुविधाएं कांग्रेस सरकार ने इनको दी थी। वही सुविधाएं इनको अभी भी मिलनी चाहिए। हरीश रावत ने कहा जब कांग्रेस की सरकार थी वह विशेष व सुविधाएं यथावत रहनी चहिए और इतना राज्य सरकार को दे देना चाहिए। जब पहले की सरकार दे सकती थी। अब यह तो डबल इंजन की महाप्रसारित सरकार है। यह क्यों नहीं दे सकती सुविधाएं।
मेरी वर्तमान मुख्यमंत्री से अपील है कि 108 एम्बुलेंस के पूर्व कर्मचारियों का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।