भोपाल: मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ लेने से पहले ही कहा कि वे दस दिनों से पहले ही किसानों का कर्ज माफ करेंगे। कमलनाथ ने कहा कि 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ हो जाएगा। मैंने इसको लेकर आज अधिकारियों के साथ बैठक भी की है। हम दस दिनों से पहले ही तय कर लेंगे। बैंक बिजनेसमैनों का कर्ज माफ कर रहे हैं तो किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव से पहले गुटों में बंटी थी। यह स्वभाविक है कि किसी भी राजनीतिक दल में कोई किसी का करीबी रहता है तो कोई किसी और का करीबी। ऐसा आमतौर पर हमारे परिवारों में भी देखने को मिलता है. लेकिन कांग्रेस में किसी तरह की कोई तनाव की स्थिति नहीं थी।
ईवीएम में गड़बड़ी के सवाल पर कमलनाथ ने कहा, ‘ईवीएम को लेकर हम स्टडी कर रहे हैं। हम यह जांच रहे हैं कि भिंड में जो आकड़ें आए हैं तो क्यों आए हैं। मुझसे कुछ लोग मिले, जिन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस को वोट दिया था लेकिन निकला कुछ और। हम इसका अध्ययन कर रहे हैं और यह जानने की कोशिश की जा रीह है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों? हमारा अध्ययन पूरा होने के बाद हम इस मुद्दे पर तय करेंगे कि क्या करना है। इसके साथ ही उन्होंने कथित सॉफ्ट हिंदुत्व पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि क्या किसी धर्म का भाजपा वालों ने ठेका ले रखा है। हम सभी धर्मों से प्रेम करते हैं. लेकिन हम उन्हें राजनीति में कभी लेकर नहीं आते।
बता दें, आज ही राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नये मुख्यमंत्री शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में कई विपक्षी नेताओं के शिरकत करने की उम्मीद है। हाल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस तीन राज्यों में सरकार बना रही है। अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री होंगे जबकि कमलनाथ मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का जिम्मा संभालेंगे तो भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद पर आसीन होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तीनों शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्ष के कई अहम नेता समारोहों में शिरकत कर सकते हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, राजद नेता तेजस्वी यादव समारोहों में शिरकत करेंगे।