देहरादून के होर्डिंगस इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसके लिए रिटेंडरिंग नहीं निकल पाया है। दरअसल, पिछले कुछ समय पहले जब इसके लिए टेंडरिंग की गई थी तो मात्र एक ही नाम आने से इस टेंडर को निरस्त कर दिया गया।
जिसके बाद अब तक दूसरा टेंडर निकालने को लेकर कोई चर्चा नहीं है। इस लिहाज से नगर निगम को तो नुकसान हो ही रहा है बल्कि होर्डिग लगाने वालो को भी समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है।
इसकी टेंडरिग को लेकर जब हमारी बात देहरादून मेयर विनोद चमोली से हुई तो उन्होनें बताया कि इस बार टेंडर में बेस मनी बढाया गया है। पिछली बार लगभग पांच करोड़ बेस मनी रखा गया था लेकिन इस बार इसे बढ़ाकर साढ़े सात करोड़ तक किया गया है। जिसमें सिक्योरिटी मनी को भी दस प्रतिशत तक बढ़ाया गया है।
हालांकि उन्होनें बताया कि हाईकोर्ट में भी अभी यह मामला चल रहा है और जल्द ही इसकी रिटेंडरिंग को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।