2019 के चुनाव के मध्यनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने मंत्रिमंडल में बदलाव किया है। 3 साल के कार्यकाल में मोदी कैबिनेट का यह तीसरा विस्तार है, जिसमें 9 नए चेहरों को शामिल किया गया है। जिन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथग्रहण करवाई गई, आइए बताते हैं आपको कि किन मंत्रियों को मिली मोदी मंत्रिमंडल में जगह-
अनंतकुमार हेगड़े
अनंतकुमार हेगड़े कनार्टक से लोकसभा सांसद हैं। विदेश और मानव संसाधन मामलों पर बनी संसदीय समिति के सदस्य भी हैं। वो पहली बार जब सासंद बने थे तब उनकी उम्र महज 28 साल थी और लोकसभा सांसद के तौर पर यह उनका 5वां कार्यकाल है। अनंतकुमार अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे हैं। जिनमें वित्त, गृह, मानव संसाधन, कृषि और विदेश विभाग शामिल हैं। इतना ही नहीं वो 4 बार स्पाइसेज बोर्ड ऑफ इंडिया के सदस्य भी रह चुके हैं।
शिव प्रताप शुक्ल
शिव प्रताप शुक्ल उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं, साथ ही वो संसदीय समिति (ग्रामीण विकास) के सदस्य भी हैं। वो उत्तर प्रदेश से साल 1989 से 1996 तक लगातार 4 बार विधायक रहे। इसके साथ ही शिव प्रताप 8 साल तक यूपी के कैबिनेट मिनिस्टर भी रहे हैं और ग्रामीण विकास, एजुकेशन और जेल सुधार के लिए किए गए अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से एलएलबी किया है। उन्होंने 70 के दशक में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।
सत्यपाल सिंह
सत्यपाल सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत से लोकसभा सांसद हैं। इसके अलावा सत्यपाल संसदीय समिति (ऑफिस ऑफ प्रॉफिट) के सदस्य भी हैं। सत्यपाल महाराष्ट्र काडर के 1980 बैच के आईपीएस ऑफिसर रह चुके हैं। साल 2008 में सरकार की तरफ से उन्हें आंतरिक सुरक्षा पदक दिया जा चुका है। साथ ही 1990 में आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में नक्सली प्रभावित इलाकों में असाधारण काम करने के लिए उन्हें स्पेशल सर्विस मेडल दिया जा चुका है। इतना ही नहीं सत्यपाल मुंबई, पुणे और नागपुर के पुलिस कमिश्नर भी रह चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से मैनेजमेंट में एमबीए भी किया है साथ ही वो पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए और नक्सलवाद में पीएचडी भी कर चुके हैं।
राज कुमार सिंह
राज कुमार सिंह बिहार के आरा से लोकसभा सांसद हैं। पूर्व बिहार काडर की 1975 बैच के पूर्व आईएएस ऑफिसर हैं। वो देश के गृह सचिव भी रह चुके हैं। इससे पहले वो कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। जिनमें रक्षा उत्पादन सचिव और संयुक्त सचिव के साथ साथ बिहार सरकार में उद्योग, लोक निर्माण और कृषि विभाव शामिल हैं। वह पुलिस आधुनिकीकरण और जेल आधुनिकीकरण जैसे अपने कामों के लिए भी जाने जाते हैं।
हरदीप सिंह पुरी
हरदीप सिंह पुरी 1974 बैच के पूर्व आईएफएस ऑफिसर हैं और फॉरन पॉलिसी और नेशनल सिक्योरिटी में अपने एक्सपीरियंस व विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं। वो रिसर्च एंड इंफोर्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज (आरआईएस) थिंक टैंक के अध्यक्ष हैं और न्यूयॉर्क के अंतर्राष्ट्रीय शांति संस्थान के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा पुरी ने संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के हेड के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
वीरेंद्र कुमार
वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टिकमगढ़ से लोकसभा सांसद हैं। वीरेंद्र 6 बार से लोकसभा सदस्य हैं। इसके साथ ही वो श्रम पर संसदीय स्थायी समिति के चेयरपर्सन भी हैं। उन्होंने स्टूडेंट्स की परेशानी को देखते हुए एक मूवमेंट की शुरुआत की और उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए लाइब्रेरी की शुरुआत की। वीरेंद्र कुमार अनाथालय, स्कूल और ओल्ड एज होम (बुजुर्गों के लिए घरों) के लिए भी काम करते हैं. उन्होंने इकनॉमिक्स से एमए और चाइल्ड लेबर में पीएचडी की है।
गजेंद्र सिंह शेखावत
गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान के जोधपुर से लोकसभा सांसद हैं। ये वित्तीय मामलों पर बनी संसदीय समिति के प्रमुख भी हैं। टेक्नोलोजी के जानकार और प्रगतिशील किसान के तौर पर गजेंद्र ग्रामीण समुदाय के लिए रोल मॉडल के तौर पर जाने जाते हैं। साथ ही वो सिंपल लाइफ के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने एमफिल किया है साथ ही जोधपुर की जय नारायण यूनिवर्सिटी से फिलॉसफी में एमए भी किया है।
अश्विनी कुमार चौबे
अश्विनी कुमार चौबे बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं। चौबे संसदीय समिति (ऊर्जा) के सदस्य भी हैं। अश्विनी कुमार सेंट्रल सिल्क बोर्ड के सदस्य भी हैं, वो 5 बार लगातार बिहार असेंबली से विधायक चुने गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 8 साल तक स्वास्थ्य, शहरी विकास और जनस्वास्थ्य, इंजिनियरिंग जैसे कई अहम विभागों को संभाला है। उन्हें ‘घर-घर में हो शौचालय, तभी होगा लाडली बिटिया का कन्यादान’ जैसे नारों का क्रेडिट भी दिया जाता है। उन्होंने जूलॉजी में बीएम ऑनर्स किया है।
अलफोंस कननथनम
अलफोंस कननथनम केरल काडर के 1979 बैच के आईएएस ऑफिसर रह चुके हैं। वह डीडीए के कमीशनर भी रह चुके हैं। पेशे से वकील भी हैं। अलफोंस उस समय मशहूर हुए थे जब वो डीडीए के कमिश्नर थे और उन्होंने 15,000 अवैध इमारतों का अतिक्रमण हटाया। उन्हें डिमॉलिशन मैन के रूप में जाना जाने लगा था। अलफोंस ने साल 1994 में एक एनजीओ जनशक्ति की शुरुआत की। अलफोंस आईएएस के पद से रिटायर होने के बाद साल 2006 से 2011 तक केरल के विधायक रहे। उन्होंने बेस्टसेलिंग किताब ‘मेकिंग अ डिफरेंस’ लिखी. (तस्वीरें Facebook से भी ली गई हैं) ।
इन सभी 9 मंत्रियों ने मोदी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री पद के रूप में शपथ ली
वहीँ जानिए किन मंत्रियों का हुआ परमोशन-
धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और नकवी का प्रमोशन हुआ है। जिन्होंने आज कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली ।