कार्यकर्ताओं और मॉनिटरिंग समूहों का कहना है कि सीरिया में विद्रोहियों के कब्ज़े वाले इदलिब शहर में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनों लोग ज़ख़्मी हुए हैं.द सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक ख़ान शेखौन में सीरियाई सरकार और रूसी जेट के हमले में कई लोगों के दम घुटने की ख़बरें आई हैं.राष्ट्रपति बशर अल असद के विपक्षियों की स्थानीय कोऑर्डिनेशन कमेटियों के नेटवर्क ने उन लोगों की तस्वीरें पोस्ट की हैं जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई है.सीरिया की सरकार रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से लगातार इनकार करती रही है.हालांकि संयुक्त राष्ट्र और ऑर्गनाइज़ेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ़ केमिकल वीपन की पिछले अक्टूबर जांच के निष्कर्ष में कहा गया है कि साल 2014 से 2015 के बीच सरकारी सेना ने कम से कम तीन बार क्लोरीन का हथियार के रूप में इस्तेमाल किया.जांच में यह भी पाया गया कि इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने मस्टर्ड गैस का इस्तेमाल किया जिससे शरीर पर फफोले निकल आते हैं.