देहरादून: हमारे देश में मकर संक्रांति के पर्व का विशेष महत्व है, जिसे हर साल जनवरी के महीने में धूमधाम से मनाया जाता है। आने
साहित्य एवं संस्कृति
महाकाली के संगम पंचेश्वर में लगा भक्तों का जमावड़ा
पिथौरागढ़/लोहाघाट। सरयू, महाकाली के संगम पंचेश्वर और सरयू, रामगंगा के संगम रामेश्वर में उत्तरायणी मेला शुक्रवार को शुरू हो गया है। पंचेश्वर में सेल
‘रुद्रनाथ महोत्सव’ का हुआ रंगारंग आगाज
रुद्रप्रयाग: पांच दिवशीय रुद्रनाथ महोत्सव का शुक्रवार को रंगारंग आगाज हो गया है। विभिन्न संस्कृतियों व सामाजिक संदेशों को लेकर सुबह नगर में आर्कषक झांकियां
विंटर लाइन कार्निवाल का हुआ आगाज, बदलेगा ”कार्निवाल” का नाम
मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में 6 दिनों (25 दिसम्बर से 30 दिसम्बर) तक चलने वाले विंटर लाइन कार्निवाल का आज शोभायात्रा के साथ आगाज
6 दिन के मनोरंजन पैक का कल होगा आगाज
देहरादून : आने वाले सोमवार से मसूरी में विंटर लाइन कार्निवाल का बिगुल बजने जा रहा है। शासन-प्रशासन ने भी कार्निवाल के पांचवें संस्करण
विंटर लाइन कार्निवाल के लिए प्रशासन हुआ तैयार
मसूरी। पिछले कुछ सालों से मसूरी में हो रहे विंटर लाइन कार्निवाल के लिए इस साल भी शासन और प्रशासन ने तैयारी पूरी कर
बड़ाहाट के थौलू में मिलेगी स्थानीय कलाकारों एवं उत्पादों को वरीयता
उत्तरकाशी: आगामी 14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व से शुरू होने वाले उत्तरकाशी के पौराणिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक मेले को सफल बनाने
मसूरी विंटर कार्निवाल की तैयारियां जोरों शोरों पर
मसूरी: विंटर लाइन कार्निवाल की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी एस ए मुरुगेशन और नगर पालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल
कर्नाटक की लोक संस्कृति ने मचाया धमाल
रुद्रप्रयाग: जिले में पहली बार कला महोत्सव का योजन किया गया। पहाडी संस्कृति के विपरीत बच्चों ने कर्नाटकी संस्कृति की ऐसी घूम मचाई कि
मसूरी विंटर कार्निवाल की तैयारियां जोरों शोरों पर
मसूरी: विंटर लाइन कार्निवाल की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी एस ए मुरुगेशन और नगर पालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह
हमारा उत्तराखंड, हमारी संस्कृति जो किसी को भी मोह ले
देहरादून-बबीता रयाल किसी प्रदेश की संस्कृति और वहाँ रहने वाले लोगों के बीच एक अटूट सम्बन्ध होता है। प्राकृतिक विविधता एवं हिमालय का अद्वितीय
गढ़वाली गायिका कल्पना चौहान के साथ हैलो उत्तराखंड की खास मुलाकात
कल्पना चौहान वर्तमान समय में गढ़वाली लोक गायन में एक जाना-माना नाम है। जिनके संगीत ने गढ़वाली गीतों को एक नई पहचान दी है।
हिमालय की गोद में कुमाँऊ के भव्य दर्शन
कुमाँऊ शब्द की उत्पत्ति कुर्मांचल से हुई है जिसका मतलब है कुर्मावतार (भगवान विष्णु का कछुआ रूपी अवतार) की धरती। कुमाँऊ मध्य हिमालय में
कर लीजिये श्री बद्री केदार के दर्शन – बद्री केदार मंदिर समिति द्वारा प्रस्तुति
ब्रह्मकमल – हिमालय की एक अनमोल विरासत
बबीता रयाल ब्रह्मकमल ऊँचाई वाले क्षेत्रों का एक दुर्लभ पुष्प है जो कि सिर्फ हिमालय, उत्तरी बर्मा और दक्षिण-पश्चिम चीन में पाया जाता है।