देहरादून: सरकारी स्कूलों के गिरते शिक्षा स्तर से तो हर कोई वाकिफ है, लेकिन आज खुद शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय सरकारी स्कूलों के शेक्षिक गुणवत्ता की परख करने के लिए थानों के राजकीय इंटर कॉलेज जा पहुंचे।
शिक्षा मंत्री बनने के बाद अरविंद पाण्डेय का ये पहला निरीक्षण है, जिस दौरान शिक्षा मंत्री ने छात्रों से कई सवाल पूछे लेकिन छात्र सवालों के जवाब नही दे पाए इससे गुस्साए मंत्री ने शिक्षक से ही सवाल दागने शुरू कर दिए लेकिन शिक्षक भी मंत्री की पाठशाला में फेल हो गए।
शहीद नरपाल सिंह राजकीय इंटर कॉलेज थानों के शिक्षकों की पढ़ाने की कार्यशैली, पढ़ाने की क्षमता और उनके अल्पज्ञान से नाराज शिक्षा मंत्री खासा नाराज हुए।
मंत्री जी, एक नहीं बल्कि लगभग सभी सरकारी स्कूलों के यही हाल है। ऐसे में हमारे देश का भविष्य किस ओर जा रहा है इसका अंदाजा तो हम सभी लगा सकते है, जरूरत है तो इस स्तर को सुधार कर सरकारी स्कूलों के गुणवत्ता को बेहतर बनाने की ताकि लोगों को सरकारी स्कूल से मुंहमोड़ कर मनमर्जी पैसा वसूलने वाले निजी स्कूलों की ओर रुख न करना पड़े।