तमिलनाडु की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की क़रीबी रहीं वीके शशिकला के मामले पर कर्नाटक मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल डीरूपा द्वारा लगाये गए आरोपों पर जेल विभाग के अधिकारियों के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मुद्दे पर चर्चा की और उन सभी आरोपों की एक उच्च स्तरीय जांच करने के निर्देश दिए।
हेल्लो उत्तराखंड से हुई बातचीत में कर्नाटक मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के प्रैस सेकेट्री मुरलीधर ने बताया कि मामले को लेकर सीएम ने जांच का जिम्मा विनय कुमार (केंद्र सरकार से रिटायर्ड आ.ए.एस ओफ्फिसर) को सौंपा है।
जांच में ए.आई.ए.डी.एम.के के नेता वी के शशिकला को 2 करोड़ रुपये की रिश्वत और वीआईपी उपचार प्रदान करना भी शामिल है।
गौरतलब है कि 23 जून को डीआईजी डी रूपा ने बेंगलुरु में परप्पन अग्रहारा सेंट्रल जेल में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। हेल्लो उत्तराखंड से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मै प्रैस कांफ्रेंस कर बता चुकी हूँ कि शशिकला को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है, शशिकला को जेल नियमों का उल्लंघन करने के लिए एक अनन्य रसोई प्रदान किया गया है। साथ ही उनका कहना है कि इस सुविधा के लिए 2 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया था।
अब देखना यह होगा कि आखिर यह मामला कब तक सुलझता है. क्यूंकि इससे पहले भी कई हाई प्रोफाइल मामले सामने आ चुके हैं लेकिन उन मामलों पर चुप्पी साध ली जाती है या फिर मामलों को दबा दिया जाता है.