एक तरफ मंत्री साहब कहते है कि उनकी पार्टी को शराब से राजस्व नहीं कमाना है और दूसरी ओर शराब को पूर्णतः बैन करने का साहस भी ये सरकार नहीं जुटा पा रही हैं। इस नीयत के पीछे दबाव साफ दिखता है।
शराब बैन होने पर जहां तक भय तस्करी का है, नकली शराब आने का है तो इन सबको रोकना भी तो मंत्री साहब आपकी और आपकी सरकार की ही जिम्मेदारी है।
प्रदेश की जनभावनाओॆं को अगर सम्मान नहीं मिला तो हुक्मरान ये याद रखे कि 2019 दूर नहीं…………….