नई दिल्ली:लोकसभा में हंगामा होना आम बात है। पुरे देश का प्रतिनिधित्व करने वाले लोकसभा के सांसदों द्वारा देश में इस हंगामे और सदन में की जा रही अभद्रता से क्या सन्देश जाता है ये तो हम सब जानते ही है लेकिन इसे शायद हमारे माननीय गण समझ नही पाते है। ऐसी ही अभद्रता आज लोकसभा में चल रहे सत्र के दौरान कांग्रेस विधायको ने स्पीकर सुमित्रा महाजन की ओर कागज़ उछाल दिए।
सांसदों ने आज मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर हंगामा करते हुए लोकसभा स्पीकर के आसन के समक्ष कागज उछाले और कई सरकारी फ़ाइलो को भी फ़ाड डाला, ऐसे अभद्र व्यवहार को देखते हुए लोकसभा स्पीकर ने धारा 374 A के तहत कार्यवाही करते हुए कागज उझालने वाले 6 सांसदों को 5 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया।
स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस अभद्रता पर कहा “मैं देखना चाहती हूं कि सांसद कितनी अनुशासन हीनता कर सकते हैं, देश भी इनके बर्ताव को देख रहा है।”
कागज उछालने वाले कांग्रेस के छह सांसदों में गौरव गोगोई, अधीर रंजन चौधरी,रंजीत रंजन, एमके राघवन, सुष्मिता देब और के सुरेश शामिल हैं। इस अभद्रता के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद थे। सोनिया गाँधी ने अपने कार्यालय में इसी मुद्दे को लेकर अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की और निलंबन के विरोध में कल सुबह संसद भवन में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने धरना घोषित किया।
इतनी शर्मनाक हरकत करने के बावजूद भी कांग्रेस सांसदों को अनुशासन का पाठ पढ़ाने के बजाये कांग्रेस अध्यक्षा ने उनके मनोबल को बढ़ाते हुए धरना घोषित कर दिया है। नैतिक जिम्मेदारियों को समझते हुए इस कुकृत्य के लिए क्षमा प्रार्थी होने के बजाये धरना देना एक कहावत की ओर इशारा करता है -एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी – गलती भी आपकी और धरना भी आपका। वाह! राजनीती…