रुद्रप्रयाग: भले ही पहाड़ों में अध्यापकों की कमी के चलते सरकारी विद्यालयों की स्थिति बद से बत्तर हो, मगर जिन स्कूलों में अध्यापक समर्पण भाव से बच्चों को पढ़ा रहे हैं वहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
रुद्रप्रयाग जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय डाँगी-गुनाऊँ के एक छात्र रोहित रौतेला ने विज्ञान प्रतियोगिता में ब्लॉक और जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वहीं रोहित प्रदेश स्तर पर तीसरे स्थान पर रहा। रोहित को ‘‘अपशिष्ट प्रबंधन एवं जलाशयों का संरक्षण’’ विषय पर प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कहा गया था और इस प्रतिभाशाली छात्र ने दिन-रात इस पर कार्य किया और इसे प्रदेश स्तर तक पहचान दिलाई।
बड़ी बात यह है कि अभी तक अध्यापकों ने उत्प्लावन का सिद्धांत नहीं पढ़ाया है, मगर इस छात्र ने अन्य जगह से उत्प्लावन का नियम सीख कर नदियों से किस प्रकार कूड़े को बाहर किया जा सकता है वह उदाहरण प्रस्तुत करके दिखाया। अगर इस प्रोजेक्ट पर आगे बड़े स्तर पर कार्य किया जाय तो नमामि गंगे जैसे योजनाओं में यह मील का पत्थर सिद्ध हो सकता है।